Naatu Naatu Singer Rahul Sipligunj: लॉस एंजेलिस में हुए 95वें ऑस्कर अवॉर्ड फंक्शन में तेलुगू फिल्म RRR की चर्चा सबसे ज्यादा सुर्खियों में रही। हर किसी की जुबान पर इस फिल्म का गाना नाटू-नाटू चढ़ा हुआ था। नाटू-नाटू गाने के बाद वैश्विक स्तर पर प्रसिद्ध हुए राहुल सिप्लिगुंज का नाम इस समय हर किसी के जहन में घूम रहा है। हर कोई सिर्फ उनके गाने का ही मुरीद नहीं हुआ है, बल्कि उनके बारे में जानने को लेकर भी काफी ज्यादा एक्साइटेड है। ऑस्कर अवार्ड मिलने के बाद रातों-रात मशहूर हुए राहुल सिप्लिगुंज का नाम इस समय गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च किया जा रहा है। ऐसे में आइए हम आपको राहुल सिप्लिगुंज की कामयाबी की वह कहानी सुनाते हैं, जिसमें अपने पिता की नाई की दुकान पर काम करने से लेकर ऑस्कर मंच तक पहुंचने के लिए उन्होंने कितने लंबे संघर्ष का सामना किया है।
कौन है नाटू-नाटू गाने के गायक राहुल सिप्लिगुंज
सिनेमा जगत से जुड़े कई ऐसे सितारे हैं जिनकी फैन फॉलोइंग देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी है, लेकिन इस समय ऑस्कर अवार्ड के मंच पर गूंजा नाटू-नाटू गाना लोगों की जुबान पर चढ़ा हुआ है। ऐसे में हर कोई इस गाने के गायक के बारे में भी जानने को बेताब है। इस गाने के गायक का नाम राहुल सिप्लिगुंज है। इनके संघर्ष की कहानी बेहद दिलचस्प है। राहुल सिप्लिगुंज का जन्म तेलंगाना के हैदराबाद की ओल्ड सिटी के धूलपेट के पास एक छोटे से इलाके में हुआ था।
नाई का काम करते थे राहुल सिप्लिगुंज के पिता
राहुल के पिता राज कुमार पेशे से एक नई थे और लोगों के बाल काट कर ही उनके घर का गुजारा चलता था। राहुल सिप्लिगुंज के पिता हमेशा से चाहते थे कि उनका बेटा एक अच्छी नौकरी करें और इस उम्मीद से उन्होंने बेटे को पढ़ाने का सपना देखा, लेकिन राहुल को शुरू से ही पढ़ाई से ज्यादा शौक क्रिकेट खेलने, कबड्डी खेलने और गाना गाने का था।
सैलुन में पिता के साथ काम करते थे राहुल सिप्लिगुंज
बचपन से ही राहुल सिप्लिगुंज विनायक चतुर्थी उत्सव के दौरान गणेश पंडालों में जाकर गाने गाया करते थे। ऐसे में पिता ने भी बेटे का साथ दिया और बेटे को सिंगिंग क्लास भेजना शुरू कर दिया। राहुल खाली समय में अपने पिता के साथ सैलून में काम किया करते थे और बाकी समय में वह संगीत की प्रैक्टिस में समय बिताया करते थे। इस दौरान वह घर में होने वाले इस समारोह में मंच पर जाकर परफॉर्म भी किया करते थे। मंच पर परफॉर्म करने का उनका एकमात्र उद्देश्य यह था कि लोगों के सामने गाने कि उनकी झिझक खत्म हो जाए और वह बेझिझक परफॉर्म कर सके।
राहुल सिप्लिगुंज कितने पढ़े-लिखे है
इंटरमीडिएट की पढ़ाई करने के बाद राहुल सिप्लिगुंज ने संगीत की तरफ पूरी तरह से फोकस करने का मन बना लिया और इसी के कारण पढ़ाई को बीच में ही छोड़ दिया। संगीत की दुनिया में अपना नाम कमाने के लिए बैक टू बैक कई फिल्म निर्माताओं के चक्कर भी लगाए और इंटरव्यू भी दिए। शुरुआत में तेलुगु फिल्मों में डब करने का काम मिला। बाद में बैकग्राउड में गाने के ऑफर भी मिलने लगे। इस दौरान राहुल को मशहूर संगीत निर्देशकों द्वारा बनाए गए कोरस और पृष्ठभूमि गीतों में अपनी आवाज देने का भी मौका मिला। प्लेबैक सिंगिंग से राहुल ने अपने करियर की शुरुआत की।
एल्बम बनाने के लिए भेज दिए मां के गहने
इसके बाद राहुल सिप्लिगुंज ने अपनी मां के गहने गिरवी रखकर कुछ पैसे इकट्ठे किए और पिता से भी उधार लिया। इन सभी पैसों को इकट्ठा करके उन्होंने अपनी वीडियो एल्बम बनाना शुरू किया। साथ ही उन्होंने अपनी आवाज के कई वीडियो यूट्यूब पर भी पोस्ट किए। लोगों को राहुल सिप्लिगुंज की आवाज पसंद आई और यूट्यूब पर उनके सब्सक्राइब और बढ़ने लगे। बाद में राहुल को नागा चैतन्य की फिल्म जोश में गाने का मौका मिला और इसके तुरंत बाद राजामौली की ब्लॉकबस्टर फिल्म ईगा में भी उन्होंने एक गाना गाया।
नाटू-नाटू गाने ने चमका दी राहुल सिप्लिगुंज की किस्मत
वही संगीत निदेशक एमएम कीरवानी के साथ जब आरआरआर फिल्म में नाटू-नाटू में अपनी आवाज देने का मौका मिला, तो उन्होंने इस गाने को तेलुगु के अलावा कन्नड़ और हिंदी वर्जन में भी गाया। आज उनकी प्रसिद्धि का आलम यह है कि राहुल सिप्लिगुंज जल्द ही एक्टिंग की दुनिया में भी डेब्यू करते नजर आएंगे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राहुल प्रसिद्ध तेलुगू निदेशक कृष्ण वामसी की अपकमिंग फिल्म रंगा मार्तंडा के जरिए एक्टिंग की दुनिया में डेब्यू करेंगे।