20 साल छोटे साधना गुप्ता को दिल दे बैठे थे नेता जी, एक ही जगह दोनों ने ली अंतिम सांस

Mulayam Singh Yadav death: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का आज सुबह यानी 10 अक्टूबर को निधन (Mulayam Singh Yadav Death) हो गया। बता दे इसी साल उनकी पत्नी साधना गुप्ता का भी निधन (Sadhna Gupta Death) हुआ था। भले ही दोनों के निधन में महीनों का अंतर हो, लेकिन दोनों ने एक ही साल और एक ही अस्पताल में अंतिम सांस ली। मुलायम सिंह यादव और उनकी पत्नी साधना गुप्ता दोनों का निधन गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में ही हुआ।

बता दे बीते काफी लंबे समय से मुलायम सिंह की तबीयत भी काफी खराब चल रही है, जिसके चलते उनका इलाज मेदांता अस्पताल में चल रहा था और यहीं उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दियाा। ऐसे में आज मुलायम सिंह यादव की जिंदगी से जुड़े कुछ खास पहलू के बारे में बताते हैं। साथ ही उनकी निजी जिंदगी से जुड़े कुछ किस्से सुनाते है जिनके बारे में शाहद ही आपने पहले सुना या पढ़ा हो।

मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी थी साधना गुप्ता

यह बात तो सभी जानते हैं कि मुलायम सिंह यादव की दो शादियां हुई है। उनकी पहली पत्नी का नाम मालती देवी और दूसरी पत्नी का नाम साधना गुप्ता था। मालूम हो कि अखिलेश यादवउनकी पहली पत्नी मालती देवी के बेटे है। ऐसे में आइए जानते हैं कि अखिलेश यादव की सौतेली मां यानी साधना गुप्ता कौन है और मुलायम सिंह और उनकी लव स्टोरी कब शुरू हुई।

मुलायम सिंह यादव और साधना गुप्ता की प्रेम कहानी

साधना गुप्ता यूपी के इटावा तहसील की रहने वाली थी। साल 1986 में उनकी शादी फर्रुखाबाद के चंद्र प्रकाश गुप्ता से हुई थी। शादी के बाद साधना गुप्ता और चंद्रप्रकाश के बेटे प्रतीक यादव का जन्म हुआ। हालांकि 2 साल बाद साधना गुप्ता और चंद्र प्रकाश के रिश्ते बिगड़ने लगे और दोनों आपसी रजामंदी से अलग हो गए। इसके बाद साधना गुप्ता सपा के तत्कालीन सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के संपर्क में आई।

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मुलायम की मां के लिए नर्स का काम करती थी साधना गुप्ता

साधना सपा पार्टी में एक कार्यकर्ता के तौर पर कार्यरत थी। अखिलेश यादव पर बनी बायोग्राफी बदलाव की लहर में मुलायम सिंह यादव और साधना गुप्ता के रिश्तों का जिक्र किया गया है। इस किताब में मुलायम सिंह यादव मां मूर्ती देवी के बीमार होने को इससे जोड़ा गया है। दरअसल जब मुलायम सिंह यादव की मां मूर्ति देवी बहुत बीमार थी, तो उस समय साधना गुप्ता ही उनकी देखभाल किया करती थी। साधना गुप्ता पार्टी के साथ-साथ मुलायम सिंह यादव के परिवार का भी हिस्सा बन चुकी थी।

किताब में दोनों के रिश्ते की करीबी का जिक्र करते हुए बताया गया है कि एक बार इलाज के दौरान मूर्ति देवी को गलत नर्स इंजेक्शन लगाने जा रही थी कि तभी वहां मौजूद साधना गुप्ता ने नर्स को रोक दिया और इसके बाद मुलायम सिंह यादव को जब यह बात पता चली, तो वह साधना गुप्ता से काफी प्रभावित हुए। यहीं से उनके रिश्ते की शुरुआत हुई और तब से वहीं उनकी मां की देखभाल करने लगीं।

20 साल छोटी साधना गुप्ता से की मुलायम सिंह ने शादी

साल 2003 में अखिलेश की मां और मुलायम सिंह यादव की पहली पत्नी मालती देवी का निधन हो गया। इसके बाद मुलायम सिंह यादव ने  खुद से 20 साल छोटी साधना गुप्ता से शादी की और उन्हें सार्वजनिक तौर पर दूसरी पत्नी का दर्जा दिया। वहीं खबरों में अक्सर यह बात भी सुर्खियों का केंद्र बनती है कि मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के बीच के रिश्ते में अनबन की वजह साधना गुप्ता है।

मुलायम और अखिलेश के रिश्ते में साधना के कारण आई दरार

साधना गुप्ता के कारण ही अखिलेश यादव अपने पिता से नाराज रहते हैं। शादी के बाद साधना गुप्ता राजनीति में सक्रिय नहीं है, तो वहीं उनके बेटे प्रतीक भी राजनीति की दुनिया से दूर ही रहते हैं, लेकिन उनकी पत्नी अर्चना यादव राजनीति की दुनिया में सक्रिय हैं और वह विधानसभा चुनाव भी लड़ चुकी है। इसके अलावा बात अखिलेश यादव और उनके सौतेले भाई प्रतीक के रिश्ते की करें, तो बता दें दोनों के बीच काफी अच्छे संबंध है।

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