Mahesh Babu: साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार महेश बाबू के पिता का निधन (Mahesh Babu Father Death) हो गया है। इस एक साल में उन्होंने अपनी जिंदगी के 3 बड़े और खास लोगों को खो दिया है। साल की शुरुआत में पहले उनके भाई फिर उनकी मां और अब उनके पिता ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। एक के बाद एक लगे गहरे सदमे से महेश बाबू का पूरा परिवार गम में डूबा हुआ है। बता दे महेश बाबू के पिता साउथ फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने अभिनेता घट्टमनेनी शिवराम कृष्णमूर्ति का निधन 15 नवंबर को हुआ था।
महेश बाबू ने पूरे विधि-विधान और परंपराओं के साथ अपने पिता का अंतिम संस्कार किया, लेकिन इस दौरान उन्होंने अपना सिर नहीं मुंडवा है। ऐसे में उनके इस फैसले के चलते वह सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए हैं और हर कोई उनके सर ना मुंडवाने की वजह को लेकर उन्हें ट्रोल कर रहा है। ऐसे में आइए हम इसके पीछे की पूरी वजह आपको बताते हैं।
पिता के निधन पर महेश बाबू ने क्यों नहीं मंगवाया सर
हिंदू संस्कृति के मुताबिक जब भी कोई व्यक्ति अपने परिवार के सदस्य खासकर माता-पिता को मुखाग्नि देता है, तो इसके लिए उसे सबसे पहले सर मुंडवाना होता है, लेकिन महेश बाबू ने इस नियम को दरकिनार करते हुए बिना मुंडन के ही पिता को मुखाग्नि दी है ।ऐसे में अब यह सवाल खड़े हो रहे हैं कि महेश बाबू ने ऐसा क्यों किया… इसके लिए सोशल मीडिया यूजर्स उन्हें जमकर ट्रोल भी कर रहे हैं।
ऐसे में एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक महेश बाबू ने सर ना मुंडवाने का यह फैसला अपनी अपकमिंग फिल्म के कमिटमेंट के चलते लिया है। बताया जा रहा है कि महेश बाबू को अपनी अगली फिल्म में जिस किरदार को निभाना है उसके बाल बड़े दिखाए गए हैं। ऐसे में अगर वह अपना सर मुंडवाते हैं, तो उनके बाल आने में 6 महीने का वक्त लग जाएगा। यही वजह है कि उन्होंने सर ना मुंडवाने का फैसला किया है।
हार्ट अटैक के चलते हुए महेश बाबू के पिता का निधन
महेश बाबू के पिता कृष्णा घट्टमनेनी ने 79 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पांच दशकों से अपने अभिनय के जरिए लोगों का मनोरंजन कर रहे कृष्णा ने 350 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। साल 2009 में उन्हें देश के तीसरे सबसे बड़े सम्मान पद्मभूषण से भी सम्मानित किया गया था। बता दे कृष्णा घट्टामनेनी का निधन 15 नवंबर को हार्ट अटैक के कारण हुआ है।