How IPL started by Founder Lalit Modi: इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल एक ऐसा खेल है, जिसकी प्रसिद्धि वैश्विक स्तर पर आंकी जाती है। इंडियन प्रीमियर लीग 2023 में नए सीजन का आगाज 31 मार्च से हुआ जिसका अब फ़ाइनल खेला जाएगा । ऐसे में क्या आप आईपीएल की शुरुआत और इसके इतिहास के बारे में जानते हैं? अगर नहीं तो आइए हम आपको बताते हैं कि कैसे आईपीएल की शुरुआत साल 2008 में ललित मोदी ने की थी?

कैसे हुई आईपीएल की शुरुआत?
IPL की शुरुआत साल 2008 में इसके फाउंडर ललित मोदी ने की थी। इसके आगाज के लिए उन्हें काफी लंबी जद्दोजहद करनी पड़ी थी। आईपीएल को लेकर ललित मोदी काफी विवादों में भी रह चुके हैं। इसी विवाद के चलते वह इन दिनों भारत छोड़ लंदन में रह रहे हैं।

साल 2007 में T20 वर्ल्ड कप चैंपियनशिप की ट्रॉफी भारत में अपने नाम की थी। इस जीत के साथ भारत पूरे विश्व में टी-20 फॉर्मेट की पॉपुलैरिटी के साथ आसमान की बुलंदियों पर पहुंच गया था। तब ललित मोदी ने आईपीएल लांच करने के आईडिया को बीसीसीआई के सामने रखा और साथ ही यह भी कहा कि वह इसे अकेले लांच करेंगे।
विरोधी नहीं चाहते थे पास हो IPL प्रोजेक्ट
यह बात बेहद कम लोग जानते हैं कि उस दौरान बीसीसीआई में ललित मोदी को ज्यादा लोग पसंद नहीं करते थे। ललित मोदी के विरोधी गुट की लिस्ट में कई लोगों के नाम शामिल थे और वह सभी चाहते थे कि ललित मोदी का आईपीएल प्रोजेक्ट फेल हो जाए। इन हालातों में ललित मोदी के सामने टीमों को खरीदने के लिए फ्रेंचाइजीज को बनाना सबसे बड़ी चुनौती रहा।

खिलाड़ियों की बिक्री को लेकर आईपीएल के पहले सीजन की शुरुआत में काफी बवाल भी मचा था। भारत t20 विश्व कप जीता था, ऐसे में लोग भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों को पूजते थे। वही बात जब खिलाड़ियों की खरीद की आई तो काफी बवाल मचा।

IPL करप्शन में फंसे ललित मोदी
ललित मोदी ने जब आईपीएल की शुरुआत की तो साल 2008 और 2009 का आगाज सुपरहिट साबित हुआ, लेकिन 2010 में दो नई टीमें कोच्चि और पुणे की एंट्री हुई, जिसके बाद से गड़बड़ी शुरू हो गई। कहा जाता है कि 2010 से ही टेंडर में गड़बड़ी होने शुरू हुई थी। इसके बाद ललित मोदी भ्रष्टाचार के आरोप में फंस गए और बीसीसीआई ने उन्हें सस्पेंड कर दिया। इतना ही नहीं बीसीसीआई की ओर से ललित मोदी पर बैन लगा दिया गया। इसके बाद ललित मोदी लंदन चले गए।