Indian railways: भारतीय रेलवे अगले कुछ सालों में एक लाख करोड रुपए का निवेश करने वाला है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत में कई सारी नई ट्रेन चलाने की तैयारी की जा रही है। हमारे देश में रोजाना लाखों की संख्या में यात्री ट्रेनों से यात्रा करते हैं लेकिन ट्रेनों की संख्या कम होने की वजह से वेटिंग लिस्ट बढ़ जाती है।
ऐसे में लंबे समय से यात्री मांग कर रहे थे कि अतिरिक्त ट्रेन चलाई जाए। यात्रियों के मांग को ध्यान में रखते हुए अश्विनी वैष्णव ने फैसला लिया है की नई ट्रेनों को बड़े पैमाने पर चलाई जाएगी। रेल मंत्री ने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य यात्रियों और माल के अधिक धुलाई करना है। उन्होंने कहा कि हम पुराने रोलिंग स्टॉक को बदलना चाहते हैं और इसके लिए 7- 8 हजार नई ट्रेन सेट की जरूरत पड़ेगी।
अगले 15 साल में बदल जाएगी Indian railways
आने वाले 15 सालों में ट्रेनों की व्यवस्था पूरी तरह से बदल जाएगी। रेल मंत्री ने कहा कि रेल वित्त वर्ष 24 के लिए अपने 2.4 लाख करोड रुपए का बजट का 70% तक इस्तेमाल कर चुका है। उन्होंने कहा कि ट्रैक बिछाने वाला प्रोजेक्ट योजना के अनुसार चल रही है। 2030 तक आर्थिक विकास के मौजूदा स्तर को पूरा करने के लिए रेलवे में लगभग 12 करोड रुपए तक निवेश करना होगा।
ये भी पढ़ें- भारत से इन देशों के लिए चलती है ट्रेन, विदेश के लिए कैसे बुक की जाती है ट्रेन टिकट? जाने
उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे में जो संरचनात्मक और प्रक्रियात्मक सुधारो की जरूरत है उसे भी जल्द पूरा किया जाएगा। इसके साथ ही साथ ट्रेनों, पटरियों की सेफ्टी टेक्नोलॉजी और स्टेशनों जैसी बुनियादी ढाँचा की वृद्धि भी की जाएगी। इसको सुधारने के लिए कोसिश लगातार किए जा रहे हैं।
रेल मंत्री ने रेल विकास कौशल योजना को लेकर दी जानकारी
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को राज्यसभा में रेल कौशल विकास परियोजना को लेकर भी जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि नवंबर 2023 तक कुशल हो चुके 26000 से अधिक उम्मीदवारों को भारतीय रेलवे में नौकरियों में कोई प्राथमिकता नहीं दी जाएगी। साल 2021 में यह योजना शुरू हुई थी।
Share on