एक बार फिर भारतीय रेल द्वारा स्मार्ट कोच पेश किया गया है। अभी यह मुंबई सेंट्रल से निजामुद्दीन तक आने वाली राजधानी एक्सप्रेस में लगाया गया है। इन ट्रेनो स्वचालित दरवाजा लगाया गया है , इसकी खासियत यह है कि जब तक ये दरवाजे बंद नहीं होंगे, ट्रेन चलना शुरू नहीं करेगी। ये दरवाजे बंद होने के बाद ही ट्रेन चलना शुरू करेगी। साल 2018 मे पहली बार भारयीय रेल ने स्मार्टफोन कोच तैयार किया था। इसे बनाने के लिए 12-14 लाख अतिरिक्त रूपए खर्च किए गए थे। तब इसे रायबरेली की मॉर्डन कोच फैक्ट्री में तैयार किया गया था।
आने वाले दिनों मे कोलकाता व हावड़ा से भी चलने वाली ट्रेनों मे स्मार्ट कोच लगाए जाएंगे। मुंबई-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस को हाई क्वालिटी के स्मार्ट कोच से लैस कर दिया गया है। मुंबई राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन मे पहले एलएचबी कोच लगा था अब उसे हटाकर तेजस क्लास के हाई क्वालिटी स्मार्ट कोच लगाये गये हैं, जो अत्याधुनिक सुविधाओं से सज्जित हैं। भारतीय रेलवे का कहना है कि स्मार्ट रैक के लगाने से यात्रियों की यात्रा आरामदायक और सुरक्षित रहेगी।
मुंबई सेंट्रल से निजामुद्दीन आने वाली राजधानी एक्सप्रेस में जो स्मार्ट कोच लगाये गये है उनमें ऑटोमैटिक दरवाजे भी मौजूद हैं। यह दरवाजा इस मायने मे खास है कि जब तक यह बंद नहीं होगी , तब तक ट्रेन चलना शुरू नहीं करेगी। ट्रेन के लोको पायलट के पास इस दरवाजों का कंट्रोल होगा। इस ट्रेन में तेजस के स्मार्ट रैक लगाए गए हैं, और उसके सभी कोच में पहली बार सोने के लिए सीट भी लगाई गई हैं। इसमें 3एसी, 2एसी और फर्स्ट एसी के स्मार्ट कोच भी लगाए गए हैं। इन सभी सुविधाओं से यात्रियों को यात्रा के दौरान काफी आरामदायक महसूस होगा।
वैक्यूम टॉयलट सिस्टम भी लगाया गया हैं
कोच को पैसेंजर इनफार्मेशन एंड कोच कंप्यूटिंग यूनिट से भी लैस किया गया है। तेजस के स्मार्ट कोच वाली राजधानी ट्रेन में एयरक्राफ्ट की तर्ज पर ही वायो वैक्यूम टॉयलट सिस्टम भी लगाया गया है, इसके जरिये पानी का भी इस्तेमाल कम होगा। इन सभी डिब्बों मे फायर अलार्म और डिटेक्शन सिस्टम भी लगाया गया है । यदि किसी भी कोच में धुआं होगा तो फायर अलार्म में लगा सेंसर उसे खुद ही डिटेक्ट कर लेगा जिसके बाद ट्रेन मे ऑटोमैटिक ब्रेक लग जाएगा।
ये सारी हैं विशेष सुविधा
खास बात यह है कि राजधानी के इन कोच के सभी डिब्बों अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे फिट किए गए हैं जो डे-नाइट विजन, फेस रेकोगनाइजेशन और वीडियो रिकॉर्डिंग सिस्टम से लैस है। पैसेंजर इनफार्मेशन सेंटर, डिजिटल डेस्टिनेशन बोर्ड, मेडिकल या सुरक्षा इमरजेंसी जैसी स्थिति के लिए आपातकालीन टॉकबैक से सभी स्मार्ट कोच को लैस किया गया है। एक ऐप भी बनाया गया है जिससे मुंबई राजधानी के यात्री कोच अटेंडेंट के संपर्क में भी रह सकते हैं।
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