‘मै भी नचनिया ही हूँ ‘, जब मनोज वाजपेयी, बाबूजी की कहे ये बात पर सीधे बोल दिये थे

मनोज बाजपाई आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है उन्होंने अपने दम पर बॉलीवुड के श्रेष्ठ अभिनेताओं में जगह बनाई है। मनोज बाजपेई के लिए यह सफर तय करना आसान नहीं था उन्होंने अपने जीवन में कई सालों तक संघर्ष किया है। भले ही मनोज बाजपेई एक बड़े आभिनेता बन चुके हैं लेकिन वो आज भी अपनी मिट्टी से जुड़े इंसान हैं।

हाल ही में इनकी सीरीज द फैमिली मैन 2 रिलीज हुई जिनकी लोगों ने खूब तारीफ की। आज तक के साथ ही लल्लनटॉप को दिए गए इंटरव्यू में मनोज तिवारी ने अपने जीवन से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा शेयर किया। लल्लनटॉप से बातचीत के दौरान मनोज बाजपेई ने कहा कि अच्छा लिखने वाला, अच्छा बजाने वाला और अच्छा गाने वाला उसकी हर कोई इज्जत करता है। उन्होंने कहा कि मेरे गांव में एक जवाहिर नाम का लड़का है मैं जब भी गांव जाता हूं तो उससे एक बार जरूर मिल कर आता हूं।

मनोज बाजपेई ने कहा कि जवाहिर एक नचनिया है वह शादियों और कई तरह के फंक्शन में नाचता है। मैं जब भी गांव जाता हूं तो उसे अपने बगल में बैठाता हूं। क्योंकि मुझे उसकी कला बहुत पसंद है। इस पर मेरे पिताजी कहते हैं- यार तुम उसे ऊपर बिठाते हो अगर जब तुम चले जाओगे तो यहां का माहौल खराब हो जाएगा। इस पर मनोज बाजपेई ने कहा आपका बेटा भी इस समाज के लिए एक नचनिया ही है, हम दोनों में कोई फर्क नहीं है मुझे उसकी कला बहुत पसंद है।

नहीं अति थी अंग्रेजी

मनोज बाजपेई के बारे में कहा जाता है कि यह जो एक बार ठान लेते हैं उसे पूरा करके ही रहते हैं। जब मनोज बाजपाई घर छोड़कर दिल्ली आए तो उन्हें अंग्रेजी बोलना नहीं आता था इसलिए उनके दोस्त उनका मजाक बनाया करते थे। एक इंटरव्यू के दौरान मनोज बाजपेई ने इस बात का खुलासा किया कि जब दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहा था तब मैंने कोई भी बिहार का दोस्त नहीं बनाया।

नहीं बनाया कोई बिहारी दोस्त

उन्होंने कहा अगर मैं कोई बिहार का दोस्त बनाता तो वह मुझसे भोजपुरी या फिर हिंदी में बात करता जो मैं नहीं चाहता था। इसलिए मैंने एक नाइजीरियन दोस्त बनाया जिससे मैं अंग्रेजी में बात किया करता था। आपको बता दें कि अंग्रेजी ना जानने के बावजूद भी मनोज बाजपाई दिल्ली यूनिवर्सिटी में अपनी परीक्षा इंग्लिश में ही दिया करते थे। मनोज बाजपेयी गैंग्स ऑफ वासेपुर, सत्या, राजनीति और सत्यमेव जयते से अपनी ऐक्टिंग का लोहा मनवा चुके हैं।

Manish Kumar

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