Helen: पहली ‘आइटम गर्ल’ बन बॉलीवुड में छा गई थी सलमान की माँ हेलन, पेट की भूख ले आई थी बॉलीवुड

Helen Life Story: हेलन बॉलीवुड इंडस्ट्री की वह अदाकारा है, जिन्हें इंडस्ट्री की पहली आइटम गर्ल के नाम से जाना जाता है। हेलन ने उस दौर में नाच और गाना कर अपना नाम कमाया, जब नाचने गाने वाली अभिनेत्रियों को लोग सम्मान की दृष्टि से नहीं देखते थे। इतना ही नहीं लोग उन अभिनेत्रियों के बारे में गलत बातें भी करते थे। इस दौरान जब हेलेन ने फिल्मों में नाचना शुरू किया, तो हर किसी की नजर उन्हीं पर टिक गई। इतना ही नहीं उन्हें देखने वालों ने उनकी कलाकार सम्मान भी किया।

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70 के दशक के पहली ‘आइटम गर्ल’ है हेलन

हेलेन ने 70 से 90 के दशक तक बॉलीवुड इंडस्ट्री को अपने डांस से चकाचौंध किया है। बॉलीवुड की पहली आइटम गर्ल कही जाने वाली हेलन ने इसी नाम से इंडस्ट्री में अपना मुकाम भी कमाया है। एक दौर तो वह भी आया जब यह कहा जाने लगा कि हेलेन की वजह से ही फिल्में हिट होती है। हेलन ने अपने सफर में मेरा नाम चिन चिन चू, यम्मा यम्मा, ओ हसीना जुल्फों वाली, मोनिका ओ माय डार्लिंग जैसे कई आइटम हिट नंबर दिए हैं। हेलन के साथ शुरू हुआ गानों का दौर फिल्म इंडस्ट्री के साथ जैसे जुड़ सा गया।

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बर्मा से परिवार के साथ भागकर आई थी हेलन

हेलन का जन्म 21 नवंबर 1938 को बर्मा में हुआ था। हेलन का पूरा नाम है हेलन एन रिचर्ड्सन है। इनकी मां मूल रूप से बर्मा की ही रहने वाली थी। हेलन बहुत छोटी थी तभी उनके पिता का निधन हो गया था। परिवार में मां के अलावा एक भाई और एक सौतेली बहन जेनिफर थी। पिता के निधन के बाद हेलन की मां ने एक ब्रिटिश सैनिक से दूसरी शादी कर ली थी, लेकिन द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सौतेले पिता की भी मृत्यु हो गई।

हेलन का मुश्किलों का दौर यहीं खत्म नहीं हुआ। इसके बाद जब जापान ने बर्मा पर कब्जा कर लिया, तो हेलन के पूरे परिवार ने वर्मा से आकर मुंबई में रहने का फैसला किया। इस यात्रा के दौरान उन्हें जंगलों और गांव से गुजरना पड़ा। हेलन और उनके परिवार की यह यात्रा किसी दर्दनाक दौर से कम नहीं थी। इस यात्रा के दौरान उन्हें उनके भाई बहनों और उनकी मां को भूखे ही पूरा सफर तय करना पड़ा। भूख लगी तो रास्ते में पढ़ने वाले घरों से खाना मांग कर भी पेट भरना पड़ा।

इस यात्रा के दौरान एक ब्रिटिश सैनिक ने ही उनकी मदद की। उसने मुंबई जाने के लिए गाड़ी के साथ-साथ खाना और दवाइयां भी दी। इस दौरान हेलन की मां को मिसकैरेज भी झेलना पड़ा। दर्द की दास्तान यहीं खत्म नहीं हुई इसके बाद बर्मा से मुंबई आ रहे लोगों के इस जत्थे में कई लोगों की मौत हो ग।ई मुंबई पहुंचने तक के लंबे सफर में हेलन की मां ने कोलकाता में आकर हार मान ली और वही रुकने का फैसला किया। इसके बाद यही रहते हुए उन्होंने नर्स का काम किया और बच्चों को पढ़ाना भी शुरू कर दिया।

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इस तरह हुई हेलन की बॉलीवुड में एंट्री

मां की सैलरी थोड़ी थी ऐसे में घर का गुजर-बसर मुश्किल हो रहा था। कोलकाता में रहने के बाद हेलन की मां की मुलाकात कुकु मोरे से हुई, जो फिल्मों में बैकग्राउंड डांसर का काम करती थी। हेलेन भी नौकरी ढूंढ रही थी तो ऐसे में उन्हें कुकु का साथ मिला और वह कोरस डांसर का काम करने लगे। हेलेने इंडस्ट्री में एंट्री करने के कुछ समय बाद ही अपनी जगह खुद बना ली। हेलेन को पहला ब्रेक 19 साल की उम्र में हावड़ा ब्रिज में मिला। इस फिल्म के गाने मेरा नाम चिन चिन चू में नजर आई। हेलन की किस्मत इसकी रिलीज के साथ पलट गई। इसके बाद तो है बॉलीवुड इंडस्ट्री की आइटम गर्ल के तौर पर हर जगह सुर्खियां बटोरने लगी।

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फिल्मों के हिट होने की टिकट बन गई थी हेलन

हेलन को लेकर उस दौर में कहा जाने लगा था कि वह अपने दम पर फिल्म को हिट कराने का हुनर रखते हैं। हेलन के डांस के दर्शक इस कदर दीवाने थे कि वह फिल्म में हेलन के एंट्री का बेसब्री से इंतजार करते थे। यही वजह थी कि 70 के दशक में हेलन की डिमांड निर्माता-निर्देशकों के बीच तेजी से बढ़ गई थी। बता दे बॉलीवुड इंडस्ट्री में बैली डांस का श्रेय भी हेलेन को ही जाता है।