बिना वजह एक मिनट ट्रेन रुकने पर रेलवे को होता है हजारों का नुकसान, जानिए कैसे

कहां जाता है भारत की अर्थव्यवस्था रेल की पटरी पर चलती है । भारत एक विकासशील देश है अतः यहां के लोग ट्रेनों में सफर करना ज्यादा पसंद करते हैं यहां तक कि देश के अधिकतर व्यापार भी रेलवे के माध्यम से ही किए जाते हैं ।

पर क्या आपको पता है कि रेलवे पटरी पर रेलगाड़ी 1 मिनट के लिए भी रूकती है तो रेलवे को इससे बहुत बड़ा नुकसान होता है । यही कारण है कि जब भी कोई प्रदर्शन होता है तो प्रदर्शनकारी रेलवे का चक्का जाम करते हैं ताकि सरकार का नुकसान हो और सरकार उनकी बात सुने । हाल में हो रहे हैं कृषि बिल के विरोध में भी प्रदर्शन किया जा रहा है और किसानों ने बीते दिनों पहले रेलवे चक्का जाम करने का दावा किया है हालांकि सरकार का कहना है कि उनका कोई नुकसान नहीं हुआ है वह पहले से तैयार थे । इस चक्का जाम का असर सबसे ज्यादा नॉर्थ जोन में देखा गया.

कैसे और कितना बड़ा नुकसान होता है

आइए आप को समझाते हैं कि रेल जब रेल पटरी पर रूकती है तो रेलवे का कैसे और कितना बड़ा नुकसान होता है। सबसे पहले जब ट्रेन रूकती है तो उसका इंधन का खपत पड़ जाता है चाहे वह डीजल वाली गाड़ी हो या बिजली वाली । आईटीआई के एक रिपोर्ट की माने तो डीजल की गाड़ी अगर 1 मिनट रूकती है तो इससे रेलवे को ₹20401 का नुकसान होता है । वही इलेक्ट्रिक ट्रेन की बात करें तो उसे ₹20459 का नुकसान होता है । हालांकि यह नुकसान मालगाड़ी के लिए थोड़ा कम होता है डीजल से चलने वाली मालगाड़ी अगर 1 मिनट रूकती है तो उसका नुकसान 13334 रुपया होता है वहीं अगर बिजली से चलने वाली मालगाड़ी 1 मिनट रूकती है तो उसका नुकसान 13393 रुपया होता है ।

ट्रेन रुकने से होने वाले नुकसान का कारण इंधन का खपत तो है ही साथी इस देरी के कारण कर्मचारियों को ओवरटाइम करना पड़ता है जिसके चलते रेलवे को कर्मचारियों को अधिक पेमेंट करना पड़ता है । साथ ही अगर एक ट्रेन रुकती है तो उसके पीछे खड़ी अन्य रेलगाड़ियों को भी अपना शेड्यूल चेंज करना पड़ता है । जिसके चलते यह नुकसान इतना बड़ा हो जाता है । यही कारण है कि बिना कारण अगर चेन खींचकर रेलगाड़ी को रोका जाता है तो उसका चालान काटा जाता है । उम्मीद है यह जानकारी आपको पसंद आई होगी ।

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