बिहार में जमीन बंटवारे का नियम हुआ आसान, एक सादे कागज से हो जाएगा काम, सप्ताह मे 3 दिन लगेगा शिविर

Bihar land news: एक समय के बाद हर परिवार में दो भाइयों के बीच जमीन का बंटवारा होता है. हालांकि अब स्वघोषित वंशावली के साथ भी अपनी जमीन का बंटवारा किया जा सकता है. आप अगर स्वघोषित वंशावली से अपने जमीन का बंटवारा करना चाहते तो आपको अपने वंशावली के साथ बटवारा संबंधित आवेदन अपने संबंधित अंचल अधिकारी को देना पड़ेगा.

आपको बता दे की जमीन निबंधन नियमावली में बदलाव के बाद विभागीय नियम में बदलाव कर दिया गया है और साथ ही स्वघोषित वंशावली के साथ दिए जाने वाले बंटवारा आवेदन के आधार पर ही संबंधित अंचल पदाधिकारी को दाखिल खारिज करने का आदेश दिया गया है.

जानिए पहले क्या था दाखिल खारिज से जुड़ा नियम: Bihar land news

आपको बता दे इसके पहले बिहार में फिफो के अंतर्गत वंशावली के साथ बटवारा आवेदन पर दाखिल खारिज करने का प्रावधान रखा गया था. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव जय सिंह के द्वारा पूर्व में सृजितजमाबंदी में छूटे हुए खाता, खसरा, रकबा और लगान अपडेट करने के साथ ही पारिवारिक बंटवारा हेतु वंशावली के लिए शिविर आयोजित करने का आदेश दिया है.

सचिव के द्वारा सभी पदाधिकारी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक मीटिंग आयोजित करके यह आदेश दिया गया. सभी पदाधिकारी को एक सप्ताह में कम से कम तीन दिन यानी कि मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को हल्का मुख्यालय में इसका प्रचार-प्रसार करके शिविर आयोजित करने का आदेश दिया गया है.

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आयोजित किया जाएगा शिविर

प्रेस कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान सभी पदाधिकारी को सचिव ने कहा कि अगर आवश्यकता हुई तो शिविर की तिथि और दिवस को विस्तार करें. इसके साथ ही उन्होंने डीएम को पंचायत भवन ग्राम कचहरी और सामुदायिक भवन आदि को हल्का मुख्यालय के रूप में चिह्नित करके तथा उक्त चिन्हित स्थल पर शिविर का आयोजन करने का आदेश दिया है.

जमीन रजिस्ट्री की नई नियमावली से बढ़ी लोगों की परेशानी

आपको बता दे कि हाल-फिलहाल मे जमीन रजिस्ट्री नियमावली मे कुछ बदलाव किए गए है, जिसके बाद से जिसके नाम जमीन की जमाबंदी है उन्हें ही जमीन के बिक्री और दान करने का अधिकार प्राप्त है. इस नई नियमावली के बाद लोगों की परेशानियां काफी ज्यादा बढ़ गई है. जिनके पूर्वजों के नाम पर जमाबंदी है उन लोगों की परेशानियां काफी ज्यादा बढ़ रही थी, जिसके बाद उन्होंने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को परेशानियों के बारे में बताया. अब विभाग के द्वारा इन परेशानियों को दूर करने की कवायद शुरू की गई है.

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