‘महाभारत’ के ‘भीम’ प्रवीण कुमार सोबती का निधन, पैसे की कमी और बीमारी की वजह से गई जान

सुप्रसिद्ध धारावाहिक महाभारत में भीम का किरदार निभाने वाले प्रवीण कुमार सोबती (Praveen Kumar Sobati Dies) ने आज दुनिया को अलविदा कह दिया है। प्रवीण कुमार सोबती ने 74 साल (Praveen Kumar Sobati Age) की उम्र में अंतिम सांस ली। प्रवीण कुमार पंजाब से ताल्लुक रखते थे। बीते काफी लंबे समय से वह अभिनय की दुनिया से दूर थे प्रवीण कुमार सोबती (Praveen Kumar Sobati Pass Away) ने अपने अभिनय करियर के दौरान कई सुप्रसिद्ध नाटकों, फिल्म आदि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

 प्रवीण कुमार सोबती

 

नहीं रहें प्रवीण कुमार सोबती

महाभारत में भीम का किरदार निभाते हुए प्रवीण कुमार सोबती को हर घर में पहचान मिली। उनका लंबा-चौड़ा शरीर उनकी अलग ही पहचान की वजह बना। अपनी एक्टिंग से उन्होंने अपने अभिनय के सफर में निभाए हर किरदार में जान फूकीं थी। महाभारत के अलावा उनके अन्य सभी किरदारों को एक अलग ही पॉपुलरिटी मिली।

Praveen Kumar Sobati

एथलीट रहते हुए देश को दिलाये कई मेडल

मनोरंजन जगत से परे प्रवीण कुमार एक हैमर और डिस्क थ्रो एथलीट भी थे। उन्होंने एशियाई खेलों में भारत को रिप्रेजेंट करते हुए 2 स्वर्ण पदक, एक रजत पदक और एक कांस्य पदक पर अपनी जीत दर्ज की थी। एशियन और कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल हासिल करते हुए उन्होंने देश को कई बार गौरव का अनुभव कराया। प्रवीण कुमार सोबती अर्जुन अवार्ड से भी सम्मानित थे।

Praveen Kumar Sobati

सरकारी नौकरी छोड़ चुना अभिनय का सफर

खेल की दुनिया में उनका नाम बुलंदी पर था और यही वजह थी कि खेल जगत में नाम कमाने के बाद उन्हें सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ की नौकरी मिली थी, लेकिन कुछ सालों बाद प्रवीण कुमार सोबती ने अभिनय की दुनिया का रुख किया और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

Praveen Kumar Sobati

सरकार से लगाई थी मदद की गुहार

याद दिला दें पिछले दिसंबर में प्रवीण कुमार ने अपनी सेहत की जानकारी साझा करते हुए बताया था कि उनकी तबीयत खराब है, जिसकी वजह से वह घर पर ही रहते हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें खाने के कई तरह के परहेज डॉक्टर की ओर से बताए गए हैं। घर में उनकी पत्नी भी ना ही उनकी देखभाल करती है।

Praveen Kumar Sobati

वहीं इस दौरान उन्होंने अपनी पेंशन को लेकर भी पंजाब सरकार से नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि पंजाब में जितनी सरकारी आई सभी से उनको शिकायत है। उन्होंने कहा- जितने भी एशियन गेम्स मेडल जीतने वाले प्लेयर थे उन सभी को पेंशन दी गई, लेकिन उन्हें पेंशन नहीं दी गई। वो अकेले ऐसे एथिलीट थे, जिन्होंने कॉमनवेल्थ में को रिप्रेजेंट किया लेकिन फिर भी उन्हें पेंशन नहीं मिलती। सरकार उनके साथ सौतेला व्यवहार करती है।

Kavita Tiwari