भारती सिंह के चरित्र पर उठे थे सवाल, रिश्तेदारों ने निकाल दिया था बाहर, ये हैं वजह

Bharti Singh Life Story: भारती सिंह आज किसी पहचान की मोहताज नहीं है। कॉमेडी की दुनिया में उन्हें कॉमेडी की क्वीन कहा जाता है। उनके हर एक जोक्स पर लोग पेट पकड़ पकड़ कर हंसते हैं। भारती सिंह ने अपने जबरदस्त कॉमिक टाइमिंग से देश ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में अपनी पहचान खड़ी की है। उनके कॉमेडी शो के कई वीडियो हर दिन सोशल मीडिया पर वायरल होते हैं। भारती सिंह के लिए इस मुकाम पर पहुंचना बिल्कुल आसान नहीं था। इसके लिए उन्होंने कभी लोगों के ताने सुने तो कई लोगों ने उनके चरित्र पर भी उंगली उठाई, भारती ने कभी हार नहीं मानी और आज वह अपनी कामयाबी की बुलंदी को छू रहे हैं।

Bharti Singh And Harsh Limbachiyaa

जब भारती सिंह को झेलने पड़े लोगों के ताने

कॉमेडी क्वीन भारती सिंह का नाम आज देश की नामचीन हस्तियों में गिना जाता है, लेकिन एक दौर था जब उन्हें कॉमेडियन बनने के लिए लोगों के जमकर ताने सुनने पड़े। हाल ही में उन दिनों को भारती सिंह ने एक डांस रियलिटी शो को होस्ट करते हुए याद किया। उन्होंने बताया कि जब मुंबई आने से पहले उनके रिश्तेदारों ने उनके परिवार का केवल इसलिए बहिष्कार कर दिया था, क्योंकि वह कॉमेडियन बनना चाहती थी… क्योंकि उन्होंने कॉमेडी को अपना करियर चुना था। इतना ही नहीं उस समय भारती सिंह को उनके रिश्तेदारों ने यह तक कह दिया था कि हमें पता है कि मुंबई में लड़कियां कैसे सफल होती हैं।

Bharti Singh And Harsh Limbachiyaa

पिता के निधन के बाद टूट गया था भारती का परिवार

भारती सिंह ने हाल ही में अपने पुराने दिनों को याद करते हुए बताया कि उनके पिता का निधन तभी हो गया था, जब केवल 2 साल की थी। पिता के निधन के वक्त मां सिर्फ 22 साल की थी। इतनी छोटी सी उम्र में एक महिला ने तीन तीन बच्चों की देखभाल की थी। हम पर बहुत कर्ज था और हमारी आर्थिक स्थिति भी बहुत ज्यादा खराब थी। मेरी मां एक कारखाने में काम करती थी और वहां से आने के बाद घर का पूरा काम करती थी। मैं उस वक्त दिन-ब-दिन एक सिलाई मशीन की चिड़चिड़ी आवाज को सुनकर बड़ी हुई हूं। यह अभी भी मुझे सताती है, जब भी मैं इसे सड़क पर सुनती हूं।

Bharti Singh And Harsh Limbachiyaa

भारती सिंह आज अपने अभिनय के दम पर ही आसमान की बुलंदियों को छू रही हैं, जिसका सपना उन्होंने देखा था। एक दौड़ में जिसके लिए उनके परिवार वालों ने उन्हें ताने दिए और उनके चरित्र पर उंगली उठाई, आज उन्होंने अपनी मेहनत और अपने हुनर के दम पर उन्हीं रिश्तेदारों का मुंह बंद कर दिया है।

Kavita Tiwari