Free Coaching For Mobile Phone Repairing Shop: अगर आप भी बेरोजगार है और अपने लिए काम की तलाश कर रहे हैं, तो आइए हम आपको एक ऐसे काम के बारे में बताते हैं जिसे खड़ा कर आप खुद मालिक बन अपने काम की शुरुआत कर सकते हैं। इतना ही नहीं इसके जरिए आप अच्छी खासी कमाई भी करेंगे। बिहार के गया जिले स्थित पंजाब नेशनल बैंक आरसेटी परीक्षण केंद्र डेल्हा में इन दिनों मोबाइल इंजीनियरिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिले के 35 से ज्यादा युवा मोबाइल रिपेयरिंग का प्रशिक्षण ले रहे हैं। ऐसे में अगर आप भी मोबाइल इंजीनियर बनना चाहते हैं, तो आज ही जाकर प्रशिक्षण लेना शुरू कर दे। प्रशिक्षण लेने के बाद आप अपनी खुद की मोबाइल रिपेयरिंग शॉप खोल सकते हैं।
फ्री में ले मोबाइल रिपेयरिंग का प्रशिक्षण
बता दें कि अगले महीने से शुरू होने वाले प्रशिक्षण में शामिल होने के लिए अभी आपके पास सुनहरा मौका है। यह प्रशिक्षण 30 दिनों का होगा। 30 दिनों के अंदर आपको मोबाइल रिपेयरिंग संबंधी सभी बारीकियों के बारे में सिखाया जाएगा। बता दे इस बात का खास तौर पर ख्याल रखें कि इस प्रशिक्षण में हिस्सा लेने वालों की उम्र सीमा 18 साल से 45 साल के बीच होनी चाहिए।
इस टोल फ्री नंबर पर कराएं रजिस्ट्रेशन
अगर आपकी उम्र 18 से 45 साल के बीच में है और आप अपने लिए स्वरोजगार के विकल्प तलाश रहे हैं, तो मोबाइल रिपेयरिंग सेंटर सबसे बेहतरीन ऑप्शन है। जल्द ही इस टोल फ्री मोबाइल नंबर 99559-94012 पर संपर्क करें और अपना रजिस्ट्रेशन करवा अगले मैच में शामिल हो जाए। यहां 30 दिनों के अंदर आपको मोबाइल रिपेयरिंग की बारीकियों के बारे में अच्छे से सिखाया जाएगा।
30 दिनों में सिखाई जाएगी मोबाइल रिपेयरिंग की बारीकियां
इस मामले में आरसेटी के डायरेक्टर सुनील कुमार की ओर से साझा जानकारी में बताया गया है कि मोबाइल रिपेयरिंग के लिए 30 दिनों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें मोबाइल इंजीनियरिंग का प्रैक्टिकल और थ्योरीकल प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही स्किल डेवलपमेंट, मार्केटिंग और बैंकिंग से जुड़ी जानकारियों के बारे में भी डिटेल में बताया जाएगा। प्रशिक्षण लेने के बाद अगर आप लोन लेना चाहे तो आप जिला उद्योग विभाग के पीएमईजीपी योजना के तहत लोन लेकर अपने मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान खोल सकते हैं।
बता दे आरसेटी ने जिले के ग्रामीण क्षेत्र के गरीब परिवारों और युवाओं को प्रशिक्षण दे उन्हें स्वरोजगार से जोड़ना इस योजना का एकमात्र उद्देश्य है, जिसके जरिए राज्य के बेरोजगारी दर के आंकड़े को कम किया जा सकेगा।
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