NCB के पंचनामा के मुताबिक अरबाज मर्चेंट ने NCB अधिकारियों के सामने खुद कबूला है कि उसके जूतों में चरस है। इसके बाद अरबाज ने अपने जूतों में रखे एक जिप लॉक पाउच को स्वेच्छा से निकाल कर दिखाया। इस जिप लॉक के अंदर काले रंग का चिपचिपा पदार्थ था, जिसकी जांच डीडी किट से कराने पर पुष्टि हुई कि वह पदार्थ चरस ही है।
NCB ने यह भी कहा है कि आर्यन खान ने NCB के अधिकारियों के सामने यह कबूल किया है कि वह चरस का सेवन करता है और उसका दोस्त अरबाज मर्चेंट अपने जूतों में 6 ग्राम चरस छिपाकर लग्जरी क्रूज पर जा रहा था, क्यूँकि वे लोग समंदर में क्रूज पर धमाकेदार पार्टी कर सकें।
आर्यन-अरबाज साथ में करते चरस का सेवन
मुंबई के समंदर में 2 अक्टूबर की जिस रात को लग्जरी क्रूज पर एनसीबी ने रेड मारा था, अब उससे जुड़ीं अहम जानकारियां सामने आई है। एनसीबी के अधिकारियों के मुताबिक जब अरबाज खान से पूछा गया कि क्या उसके पास कोई ड्रग्स है, तो उसने बताया था कि उसने तो उसने बताया था कि उसने कहा कि उसने जूतों में ड्रग्स छिपाकर रखा हुआ है। और फिर अरबाज मर्चेंट ने खुद अपने जूतों से एक ZIP LOCK पाउच निकाला पाउच निकाला जिसमें चरस पाया गया।
अरबाज ने अधिकारियों के सामने यह भी कबूल किया कि वह और आर्यन खान दोनों ही साथ में चरस का सेवन करता है, और वे क्रूज पर शानदार पार्टी करना चाहते थे। लग्जरी क्रूज कॉरडेलिया पर रेड मारने के बाद यह विवरण NCB के पंचनामा के आधार है। पंचनामे की ये कॉपी आजतक उन्होने पास रखी है।
क्या होता है पंचनामा?
पंचनामा एक ऐसा प्रोसेस है, जिसके माध्यम से जांच एजेंसी द्वारा क्राइम सीन से प्रारंभिक रिकॉर्ड और साक्ष्यों का संग्रह किया जाता है। इस प्रक्रिया मे पुलिस या जांच एजेंसी के द्वारा गवाहों के बयान को रिकॉर्ड किया जाता है। गौरतलब है कि जब पंचनामा तैयार किया जाता है तब पुलिस कुछ नागरिकों को लेकर जाती है, ताकि वे जांच एजेंसी की कार्यवाही के चश्मदीद बन सके।
NCB द्वारा इस ड्रग्स केस में पंचनामे में दो पंचों का जिक्र किया गया है किरण गोसावी और प्रभाकर रोघोजी सेन। इस पंचनामे के पृष्ठ संख्या 6 पर आर्यन खान और अरबाज मर्चेंट का उल्लेख किया गया है। पंचनामा मे जो कुछ लिखा गया है, उसके अनुसार पहले NCB के आफिसर आशीष रंजन प्रसाद के पूछे जाने पर आर्यन खान और अरबाज मर्चेंट ने अपना नाम बताया। फिर NCB अधिकारी ने पूछताछ की वजह भी उन्हें बताई।
आशीष रंजन प्रसाद ने दोनों को NDPS एक्ट 1985 की धारा 50 के प्रावधान दोनों युवकों को बताया। NCB के अधिकारी की तरफ से आर्यन और अरबाज को इस बात के चयन का भी मौका दिया गया कि वे यदि चाहें तो गजेटेड अधिकारी या फिर मजिस्ट्रेट के सामने ही उनकी तलाशी ली जा सकती है। लेकिन दोनों ने ऐसी कोई इच्छा नहीं जताई। जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद उनके पास से 6 ग्राम चरस पकड़ा गया। जिपलॉक पाउच जो कि अधिकारी को वहाँ से मिला, उसे हर रंग के कागज के लिफाफे में रख कर सील कर दिया गया । इसपर NCB सील नंबर 3 लिखा गया।
खुफिया सूचना से जानकारी
NCB को खुफिया जानकारी मिली थी कि कॉरडेलिया क्रूज पर रेव पार्टी की जाने वाली है जहां ड्रग्स का सेवन किया जाने वाला है। NCB टीम टर्मिनल बिल्डिंग में जब प्रवेश कर रही थी उस वक्त CISF की एक महिला ऑफिसर भी उनके साथ थी। पंचनामे मे जो लिखा गया है उसके मुताबिक विक्रांत कोच्चर और इसमीत सिंह प्रस्थान द्वार के पास शाम मे 4.30 बजे पहुंचे थे। उन्होंने भी स्वीकार किया था कि वे प्रतिबंधित सामग्री अपने पास रखे हुए हैं, इसके बाद आर्यन और अरबाज ने एंट्री ली थी।
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