Akshara Singh Family: भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह (Akshara Singh) इंडस्ट्री की टॉप अदाकाराओं में गिनी जाती है। अक्षरा सिंह ने अपने अब तक के सफर में कई दमदार फिल्मों में काम किया है। इसके अलावा अक्षरा सिंह की पहचान एक सिंगर के तौर पर भी काफी मशहूर है। अक्षरा सिंह का इंडस्ट्री से बड़ा गहरा नाता है। दरअसल उनकी माता नीलिमा सिंह (Akshara Singh Mother Nilima Singh) और पिता बिपिन सिंह (Akshara Singh Father Bipn Singh) दोनों ही थिएटर बैकग्राउंड से है। दोनों नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में काम भी कर चुके हैं और आज टेलीविजन इंडस्ट्री के नामचीन चेहरों में गिने जाते हैं।
कौन है अक्षरा सिंह के माता-पिता
अक्षरा सिंह की मां का नाम नीलिमा सिंह है, जो भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में अपना शानदार अभिनय कर अमि’ छाप छोड़ चुकी है। नीलिमा सिंह ने भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में ज्यादातर नेगेटिव रोल निभाए हैं, लेकिन उनकी लोकप्रियता किसी हीरोइन से कम नहीं है। इसके अलावा उन्हें स्टार भारत के शो निम्की मुखिया से हर घर में पहचान मिली थी। वही हाल फिलहाल नीलिमा सिंह टेलीविजन सीरियल इमली में भी नजर आ रही है।
नीलिमा सिंह ने निम्की मुखिया सीरियल में अपने अनारो देवी किरदार से खासा सुर्खियां बटोरी थी। इस शो में निलिमा एक खतरनाक सास की भूमिका में नजर आई थी। इस किरदार के बाद से ही उन्हें इंडस्ट्री की खतरनाक सास का टाइटल भी मिल गया था।
नेगेटिव किरदार को लेकर फेमस है नीलिमा सिंह
भोजपुरी फिल्मों में अपने नेगेटिव किरदारों के लिए सुर्खियां बटोर चुकी हैं। नीलिमा सिंह ने कुछ पॉजिटिव किरदार भी निभाये है, लेकिन लोगों को उनके नेगेटिव किरदार इतने ज्यादा पसंद है कि उनके पॉजिटिव किरदार को खासा प्रसिद्धि नहीं मिली है। एक मीडिया चैनल से बातचीत के दौरान निलिमा सिंह ने कहा था कि भोजपुरी फिल्मों में मैंने ज्यादातर भूमिका नेगेटिव की, हालांकि ऐसा नहीं है कि मुझे पॉजिटिव रोल नहीं मिले या मैने किये नहीं… पर मेरे नेगेटिव किरदार को हमेशा लोगों से ज्यादा प्यार मिला है।
अक्षरा के खून में है एक्टिंग और संगीत
ऐसे में अक्षरा सिंह को लेकर यह कहना गलत नहीं होगा कि अक्षरा सिंह के खून में ही अभिनय की धार है। यही वजह है की अक्षरा अपने माता-पिता की तरह ही एक एक्ट्रेस बनी है। उन्होंने एक यूट्यूब चैनल से बातचीत में बताया था कि- मेरी परवरिश थिएटर बैकग्राउंड में हुई है… मेरे मम्मी पापा दोनों एनएसजी में काम करते थे… वह पूरा दिन थिएटर करते थे, जब आप ऐसे माहौल में पलते बढ़ते हैं तो आप भी एक एक्टर ही बन जाते हैं… म्यूजिक और एक्टिंग मेरी रोम-रोम में है।