Ranji Trophy Hanuma Vihari: रणजी ट्रॉफी में अपनी टूटी हुई कलाई के साथ भी धुआंधार बल्लेबाजी करने वाले हनुमा विहारी इस समय हर जगह खबरों के गलियारों में छाए हुए हैं। हर कोई उनके इस क्रिकेट जज्बे को सलाम कर रहा है। टूटी कलाई के साथ हाथ में बल्ले को लेकर जब हनुमा विहारी क्रिकेट के मैदान में पहुंचे, तो उन्होंने अपने खेल से सभी को चौंका दिया था। हालांकि बता दे कि यह पहली बार नहीं है जब किसी खिलाड़ी ने चोटिल हालत में मैदान में उतर कर क्रिकेट के प्रति अपने जज्बे का नजारा दिखाया हो।
कौन है हनुमा विहारी
रणजी ट्रॉफी के चौथे क्वार्टर फाइनल में मैदान में अपनी टूटी कलाई से बल्लेबाजी करने वाले हनुमा विहारी मध्यप्रदेश के खिलाफ खेल मैदान में उतरे थे। इस दौरान वे गंभीर रूप से चोटिल थे। दरअसल बल्लेबाजी के दौरान उनकी कलाई में चोट लग गई थी। इसके बावजूद भी वह अपनी टूटी हुई कलाई के साथ ही मैदान में बल्लेबाजी करने उतरे थे। बता दे इससे पहले हनुमान ने ऑस्ट्रेलिया के दौरे में भी हैमस्ट्रिंग होने के बावजूद टीम के लिए मैदान में काफी मुश्किल समय में बल्लेबाजी की थी।
टूटे जबड़े के साथ जब अनिल कुंबले ने की थी गेंदबाजी
हनुमा विहारी से पहले क्रिकेट के मैदान में चोटिल हालत में उतरने वालों में एक नाम भारत के पूर्व कप्तान और कोच अनिल कुंबले का भी है, जिनकी जर्नी क्रिकेट की दुनिया में एक मिसाल रही है। यह किस्सा साल 2002 का है, जब टीम इंडिया वेस्टइंडीज के दौरे पर थी। एंटीगुआ टेस्ट मैच के दौरान गेंद लगने से अनिल कुंबले का जबड़ा टूट गया था। उनके चेहरे पर बैंडेज और पटियां बांधी गई थी, लेकिन इन सबके बावजूद वह अपने दर्द की परवाह किए बिना गेंदबाजी करने मैदान में उतर गए थे।
टूटे अंगूठे के साथ रोहित शर्मा ने की थी बल्लेबाजी
इसके अलावा बांग्लादेश के दौरे पर पिछले साल दिसंबर में गई भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा भी चोटिल हालत में मैदान में उतरे थे। उन्हें यह चोट पहले वनडे के दौरान फील्डिंग करते हुए लगी थी। इस दौरान उनकी चोट इतनी गंभीर थी कि वह बुरी तरह से लहूलुहान हो गए थे, लेकिन इसके बावजूद भी वह पट्टी बंधवा कर क्रिकेट के मैदान में बल्लेबाजी करने उतरे थे। हालांकि यह बात अलग है कि इसके बाद भी भारतीय टीम मैच हार गई थी, लेकिन इस दौरान चोटिल कप्तान रोहित शर्मा के मैदान में खेलने उतरने के फैसले की क्रिकेट प्रेमियों ने जमकर सराहना की थी।