58 साल की उम्र में कॉमेडी की दुनिया के बादशाह कहे जाने वाले राजू श्रीवास्तव (Raju Srivastava) ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। 21 सितंबर को राजू श्रीवास्तव इस दुनिया को छोड़कर (Raju Srivastava Death) चले गए। राजू श्रीवास्तव के परिवार एवं उनके प्रशंसकों के लिए ये खबर बेहद चौका देने वाली है। सोशल मीडिया से लेकर इंडस्ट्री तक राजू श्रीवास्तव के निधन से मातम पसरा हुआ है। हर कोई अपने-अपने अंदाज में राजू श्रीवास्तव को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। राजू श्रीवास्तव के निधन (Raju Srivastava Dies) की खबर के साथ ही एक और खबर सामने आई, जिसमें बताया गया कि राजू श्रीवास्तव के पार्थिव शरीर को पोस्टमार्टम (Raju Srivastava’s Postmortem) के लिए भेजा गया था।
क्या कहती है राजू श्रीवास्तव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट?
राजू श्रीवास्तव के निधन के बाद उनके पोस्टमार्टम की खबर ने लोगों को काफी चौकाया। लोग सोशल मीडिया के जरिए यह सवाल करने लगे कि आखिर राजू श्रीवास्तव का पोस्टमार्टम क्यों किया गया… वहीं हाल ही में उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सामने आ गई है। सूत्रों के मुताबिक कॉमेडियन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टर की तरफ से खुलासा किया गया है कि उनके शरीर पर किसी भी तरह की बाहरी चोटों के कोई निशान नहीं मिले हैं।
क्यों हुआ राजू श्रीवास्तव का पोस्टमार्टम?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राजू श्रीवास्तव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर डॉक्टरों का कहना है कि उनके शरीर पर किसी भी तरह के कोई बाहरी चोट के निशान नहीं है। वह 41 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। इस दौरान 41 दिनों से चल रहे इलाज की वजह से अनकी बॉडी पर केवल इंजेक्शंस के निशान ही नजर आ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राजू श्रीवास्तव का पार्थिव शरीर उनके परिवार को दे दिया गया है और आज उनका अंतिम संस्कार करते हुए उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी।
41 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे राजू श्रीवास्तव
बता दे राजू श्रीवास्तव का इलाज दिल्ली के एम्स में चल रहा था। वही उनका पोस्टमार्टम भी कर दिया गया है। राजू श्रीवास्तव का पोस्टमार्टम नई तकनीक से किया गया है। राजू श्रीवास्तव पिछले कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थे, लेकिन फिर भी उनका पोस्टमार्टम किया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा इसलिए किया गया ताकि कल को कोई कॉमेडियन के निधन के कारण को मुद्दा बनाकर बवाल ना कर सकें।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राजू श्रीवास्तव की डेड बॉडी का पोस्टमार्टम नई तकनीक यानी वर्चुअल ऑटोप्सी के जरिए किया गया। इस तकनीक से की गई पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रक्रिया में करीबन 15 से 20 मिनट लगते हैं। इसके पूरा होने के बाद बॉडी को परिवार को सौंप दिया गया और आज दिल्ली के निगमबोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।