जब होटल के कमरे में एक्ट्रेस नुसरत बरूचा को भूत से हुआ था सामना, जान बचाकर भागी थी एक्ट्रेस

बीते दिनों ओटीटी प्लेटफार्म अमेज़न प्राइम पर बॉलीवुड एक्ट्रेस नुसरत बरूचा की हॉरर फ़िल्म ‘छोरी’ रिलीज हुई जिसमें उनकी एक्टिंग की लोग बेहद तारीफ कर रहे हैं। वैसे तो नुसरत की इस फ़िल्म ने लोगों को खूब डराया है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि नुसरत भी अपने असल जिंदगी में एक बार बेहद बुरी तरह से डर चुकी हैं।

पैरानॉर्मल एक्टिविटीज़ पर नुसरत करती हैं भरोसा :-

Nusrat bharucha

जी हां, हाल ही में दिए गए अपने एक इंटरव्यू के दौरान एक्ट्रेस ने बताया कि वह बचपन से ही पैरानॉर्मल ऐक्टिविटीज पर यकीन करती हैं और साथ ही उस घटना के बारे में भी बताया जो उनके साथ होटल के कमरे में हुआ था। आपको बता दें कि उस घटना से नुसरत इतनी डर गई थीं कि अपने स्टाफ के कहने पर उन्होंने तुरंत होटल छोड़ दिया था।

मराठी फिल्म की अडॉप्टेशन हैं फ़िल्म ‘छोरी’ :-

Nusrat bharucha

इन दिनों नुसरत की फ़िल्म छोरी लोगों के बीच काफी सुर्खियों में हैं। मालूम हो कि यह फ़िल्म मराठी फिल्म लापाछपि का अडॉप्टेशन है जिसमे नुसरत अपने बच्चे को बुरी आत्मा से बचाती दिखती हैं। वही बात करें उस अजीब घटना के बारे में तो एक मीडिया हाउस को दिए गए इंटरव्यू के दौरान नुसरत ने बताया, ‘मैं पैरानॉर्मल को मानती हूँ। मैं जिन चीजों को देख नहीं सकती, छू नहीं सकती और आसपास महसूस नहीं कर सकती, उन पर यकीन करती हूं।

Nusrat bharucha

मुझे लगता है कि यूनिवर्स कई तरह से चीजें करता रहता है जिसकी गहराई हम नहीं समझ सकते। प्रकृति के पास कई जादुई चीजें हैं जो आप सोच भी नहीं सकते कि ऐसा कैसे हुआ। अगर ये हो सकता है तो मैं सभी चीजों पर भरोसा करती हूं, एलियन्स पर भी। मुझे लगता है कि वे कहीं न कहीं रहते हैं।’

होटल के कमरे में हुई थी अजीब घटना :-

Nusrat bharucha

नुसरत ने आगे अपने इंटरव्यू में बताया कि वह बचपन से ही भूतों पर यकीन करती हैं, जबकि उनके साथ तब कोई ऐसी घटना भी नहीं हुई थी। हालांकि एक इंसीडेंट होने के बाद उनका ये यकीन पक्का हो गया। नुसरत ने इस बारे में बात करते हुए कहा, ‘मैं शूट के लिए दिल्ली में रुकी थी तब मुझे कुछ महसूस हुआ। होटल के कमरे में कपड़े टांगने के लिए छोटा सा वॉरड्रोब एरिया था और सूटकेस रखने के लिए मेज थी।

Nusrat bharucha

मैंने मेज पर अपना सूटकेस खोलकर रख दिया था। मैं जब सोकर उठी तो यह वैसा नहीं था जैसा रखा था। सूटकेस उसी पोजीशन में नीचे रखा था। कपड़े पूरे फर्श पर बिखरे थे जो कि अपने आप नहीं हो सकता था। अगर सूटकेस मेज से नीचे गिरा होता तो उलटा गिरा होता वैसी ही पोजीशन में नहीं। वहां कुछ नॉर्मल नहीं लग रहा था। मेरे स्टाफ ने जब आकर चेक किया तो कहा कि मैम हमें यहां से निकल जाना चाहिए। इसके बाद मैं 30 सेकेंड के अंदर अपनी जान बचाकर भागी।’