नहीं रहे दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार, 98 साल की उम्र में निधन, कई दिनों से चल रहे थे बीमार

हिंदी सिनेमा के दिग्गज कलाकार रहे अभिनेता दिलीप कुमार का आज निधन हो गया है। वह पिछले महीने से ही सांस संबंधित बीमारियों से पीड़ित थे जिसके चलते उन्हें मुंबई के हिंदुजा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। यहीं पर दिलीप कुमार ने आज 98 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। दिलीप कुमार की पत्नी और अभिनेत्री सायरा बानो अंतिम समय में दिलीप कुमार के ही साथ रही। इस अंतिम समय में दिलीप कुमार की पत्नी सायरा बानो हमेशा उनका ख्याल रखी। इनके फैंस इनके लिए दुआ कर रहे थे परंतु यह अब इस दुनिया से अलविदा कह गए।

नहीं रहे दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार

इनके निधन के बाद फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है।सारे सेलेब्स सोशल मीडिया पर दिलीप कुमार को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। दिलीप कुमार को सांस संबंधित समस्या होने के कारण उनके फेफड़े में तरल पदार्थ इकट्ठा हो गया था। आज सुबह 7:30 में दिलीप कुमार ने आखिरी सांस ली। उनके डॉक्टर जलील पारकर ने उनके निधन को लेकर कंफर्म किया है। आज दिलीप कुमार को मुंबई के सांताक्रूज कब्रिस्तान में सुपर्दे खाक किया जाएगा। उनकी पत्नी लगातार उनके फैंस को उनका हेल्थ अपडेट कर रही थी।

इस वजह से बदले थ नाम

नहीं रहे दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार

बता दें कि दिलीप कुमार का असली नाम युसूफ खान था। इनका जन्म 11 दिसंबर 1922 को पाकिस्तान में हुआ था। दिलीप कुमार का असली नाम युसूफ खान था जिसे प्रोड्यूसर के कहने पर उन्होंने बदल लिया था। उन्हें पर्दे पर दिलीप कुमार के नाम से शोहरत मिली। दिलीप कुमार की शुरुआती पढ़ाई नासिक में हुई थी। बाद में उन्होंने फिल्मों में आने का फैसला किया है। इनकी पहली फिल्म 1944 में ज्वार भाटा रिलीज हुई थी। शुरुआती फिल्में उनकी नहीं चली परंतु बाद मे नूरजहां के साथ इनकी जोड़ी काफी हिट रही । फिल्म जुगनू दिलीप कुमार की पहली हिट फिल्म रही। दिलीप कुमार ने लगातार कई हिट फिल्में दी। फिल्म मुग़ल-ए-आज़म उस वक्त की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली इनकी फिल्म बनी।यह फिल्म 1960 में रिलीज होने वाली सबसे महंगी लागत वाली फिल्म थी ।

ये सारे अवार्ड मिल चुके है

आपको बता दें कि दिलीप कुमार को 8 बार फिल्म फेयर का अवार्ड मिल चुका है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा अवार्ड जीतने के लिए दिलीप कुमार का नाम गिनीज बुक में भी रिकॉर्ड है। साल 1991 में दिलीप कुमार को पद्म भूषण और 2015 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। 1994 में इन्हें दादा साहेब फाल्के अवार्ड भी दिया गया। 2000 से 2006 तक यह राज्यसभा के सदस्य रहे। 1998 में इन्हे पाकिस्तान के सर्वश्रेष्ठ नागरिक सम्मान निशान-ए- इम्तियाज भी दिया गया।

Manish Kumar

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