परेशान है? तो इस रक्षाबंधन सबसे पहले इस देवता को बांधे राखी, झटके में दूर हो जायेंगी हर परेशानी

Rakhi bandhne ki vidhi: भाई-बहन के पवित्र बंधन का त्यौहार रक्षाबंधन इस साल 31 अगस्त 2023 को मनाया जा रहा है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रेशम के धागे की राखियां बनती है। इस दिन देवताओं को भी राखी बांधने का विधि विधान है। हिंदू धर्म के मुताबिक जिन बहनों के भाई नहीं होते वह देवों को ही अपना भाई मान उन्हें राखी बांधती है। ऐसे में सभी बहनें अपने-अपने देवी देवताओं को राखी बांधती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि रक्षाबंधन के दिन सबसे पहले किस देवता को राखी बांधनी चाहिए? अगर नहीं तो बता दे कि इन्हें राखी बांधने से आपके जीवन के सारे कष्ट खत्म हो जाते हैं। आइए हम आपको रक्षाबंधन के इस खास नियम के बारे में बताते हैं।

रक्षाबंधन के दिन किस देवता को सबसे पहले राखी बांधनी चाहिए ?

काशी के विद्वान एवं प्रसिद्ध ज्योतिषचर्य स्वामी कन्हैया महाराज का कहना है कि सबसे पहले यानी प्रथम पूजनीय भगवान गणेश है। इसलिए सबसे पहले राखी भी इन्हें ही बांधनी चाहिए। जिन बहनों के भाई है वह भी गणेश भगवान को राखी बांध सकती हैं और जिनके भाई नहीं है वह भी भगवान गणेश को भाई मानकर रक्षाबंधन के दिन उन्हें रक्षा सूत्र बांधकर उनसे अपनी परेशानियों को दूर करने की कामना भी कर सकती हैं। हिंदू पौराणिक धर्म के अनुसार यह मानता है कि गणेश भगवान विघ्नहर्ता है। ऐसे में वह अपनी बहनों के रक्षा बंधन के दिन बांधी गई राखी का मान रखते हैं और उनके जीवन के सभी काष्ट-कलेशों और विघ्नों को हर लेते हैं।

भगवान को राखी बांधने की विधि (Rakhi bandhne ki vidhi)

अब बात रक्षाबंधन के त्यौहार की करते हैं। इस दिन सुबह स्नान करने के बाद बहनों को भगवान गणेश के सुंदर सजाई हुई राखी की थाली चढ़ानी चाहिए। फिर माथे पर कुमकुम लगाकर अक्षत लगाना चाहिए। इसके बाद राखी बांधकर भगवान की आरती उतारनी चाहिए। बाद में उन्हें लड्डू का भोग लगाना चाहिए। इस दौरान आपके मन में जो भी कामना हो वह आप भगवान गणेश से कर सकते हैं। ऐसी मान्यता है कि भगवान गणेश अपनी बहनों को इस दिन आशीर्वाद जरूर देते हैं।

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Kavita Tiwari