बिहार में जमाबंदी का बदला नियम, जमाबंदी से पहले करना होगा यह काम, वरना हो जाएगी लॉक

Jamabandi In Bihar: जमाबंदी से जुड़े लोगों के लिए यह खबर बेहद काम की है. आपने अगर जमाबंदी को आधार कार्ड से लिंक कर दिया है और मोबाइल नंबर से उसे जुड़वा दिया है तो ठीक है, वरना एक महीने के अंदर अपने जमीन की जमाबंदी को आधार कार्ड से लिंक नहीं कराया और मोबाइल नंबर से नहीं जोड़ पाए तो जमाबंदी को अंचल कार्यालय के द्वारा लॉक कर दिया जाएगा. जल्द से जल्द जमाबंदी को आप आधार कार्ड से लिंक करवा कर उसे मोबाइल नंबर से जुड़वा दे ताकि जमाबंदी लॉक होने से बच जाए.

अंचल पदाधिकारी के द्वारा सभी जमीन मालिकों को अपने-अपने जमीन की जमाबंदी को आधार कार्ड से लिंक करने का आदेश दिया गया है. आधार कार्ड से लिंक करने के साथ उसे मोबाइल नंबर से जुड़वाने के लिए भी आदेश दिया गया है ताकि जमीन की अधतन जानकारी प्राप्त हो सके.

मोबाइल पर मिलेगी जमीन संबंधित जानकारी- Jamabandi In Bihar

CO द्वारा दिए गए आदेश में कहा गया है कि जो भी जमीन मालिक अपने जमीन के जमाबंदी को आधार कार्ड से लिंक कर लेंगे और उसे मोबाइल नंबर से जोड़ देंगे उनकी जमीन की जानकारी मोबाइल नंबर पर मिलेगी. सरकार के द्वारा निर्धारित लागण की बढ़ोतरी की जानकारी समेत जमाबंदी के बदलाव संबंधित सभी जानकारी मोबाइल पर मिलेगी.

जानिए क्या है नया नियम: Jamabandi In Bihar

जमाबंदी को आधार कार्ड से लिंक करने के लिए जमीन मालिक को अपने स्थानीय राजस्व कर्मचारी से मिलकर उन्हें जमीन का रसीद देना होगा और आधार कार्ड एवं मोबाइल नंबर देना होगा. इसके बाद राजस्व कर्मचारी के द्वारा जमीन के जमाबंदी को ऑनलाइन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. ऑनलाइन करने के बाद जमीन मालिक को आधार कार्ड से लिंक होने की जानकारी 10 दिनों के अंदर मिल जाएगी.

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भूमाफियाओं पर कसा जाएगा नकेल

जानकारों की माने तो अब जमीन के मामलों में धोखाधड़ी करना मुश्किल हो जाएगा. बिहार सरकार के द्वारा इसके लिए बड़ा अभियान चलाया जा रहा है और भूमि विवाद पर अंकुश लगाने के लिए अंचल कार्यालय ने विशेष अभियान शुरू किया है. जमीन के जमाबंदी को आधार से लिंक कराए जाने के बाद कोई भी व्यक्ति फर्जी रजिस्ट्री नहीं कराएगा.

देना होगा मालगुज़ारी रसीद

जमाबंदी रैयत की भूमि को आधार कार्ड से लिंक करने के लिए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के द्वारा संबंधित अधिकारियों को आदेश दिया गया है। जमाबंदी रजत को अपने मालगुजारी रसीद और आधार कार्ड की छाया प्रति के साथ-साथ उन्हें अपना मोबाइल नंबर भी हल्का कर्मचारी को उपलब्ध कराना होगा. इसके बाद हल्का कर्मचारी के द्वारा रैयत के मोबाइल नंबर और आधार कार्ड से जमीन की जमाबंदी लिंक हो जाएगी.

जमाबंदी रैयत की मृत्यु हो जाए तो करें यह काम

बता दें कि जमाबंदी पूंजी को आधार कार्ड से लिंक करने में सबसे बड़ी परेशानी इस बात की आ रही है कि अभी भी बड़ी संख्या में ऐसी जमाबंदी उपलब्ध है जिनकी रैयत की मृत्यु हो चुकी है. ऐसे में उनके नाम पर माल गुजरी रसीद काटे जा रही है और ऐसी स्थिति से निपटने के लिए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के द्वारा उसे जमाबंदी खाताधारक की पंजी को उसके सबसे नजदीकी संबंधी के आधार कार्ड पर लिंक करने की तैयारी है.

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