काफी दिलचस्प है गोविंदा-नीलम की प्रेम कहानी, करना चाहते थे शादी पर इस वजह से रह गई ख्वाहिश अधूरी

80-90 की मशहूर एक्ट्रेस और सौंदर्य की मल्लिका नीलम कोठारी और गोविंदा की जोड़ी दर्शकों ने बहुत पसंद की थी। गोविंदा भी नीलम कोठारी को बहुत पसंद करते थे और उनसे मिलते ही उन्हें अपना दिल दे बैठे थे। लेकिन उस वक्त वे सुनीता, जो अब उनकी पत्नी भी है, के साथ रिलेशनशिप में थे। वे नीलम से भी बेपनाह मोहब्बत करते थे, जिसके चलते उन्होने सुनीता के साथ अपनी सगाई भी तोड़ दी थी।

लेकिन इतनी दीवानगी के बाद भी गोविंदा नीलम के साथ रियल लाइफ में अपनी जोड़ी नहीं बना सके और उनकी प्रेम कहानी मुकम्मल ना हो सकी। तो आखिर क्या वजह थी कि चाहत दोनों तरफ से होने के बावजूद भी उनका इश्क़ मुकम्मल न हो सका । यह जानना भी बहुत दिलचस्प है और इससे अभिनेता गोविंदा का एक अलग ही व्यक्तित्व उभरकर सामने आता है।

एक इत्तेफाक नीलम कोठारी को अभिनय की दुनिया में खींच लायी। वे हॉन्गकॉन्ग में जन्मी थी और उनकी परवरिश बैंकॉक में हुई । वे एक बार घूमने के उद्देश्य से मुंबई आईं थीं, तभी डॉयरेक्टर रमेश बहल की नजर उन पर पड़ी और उन्होंने नीलम को फिल्म के लिये अप्रोच किया।

1984 में आई फिल्म ‘जवानी’ से नीलम ने अपने अभिनय की शुरुआत की और फिर तो दर्शको के दिलों पर छा गईं। उनकी खूबसूरती जैसे दर्शको के नजरो में उतर गयी हो, फिल्म तो बुरी तरह फ्लॉप रही पर नीलम की एक्टिंग और सुंदरता अपना जलवा बिखेरने में कामयाब रही। इसके बाद उन्हें अच्छे- अच्छे ऑफर मिलने लगे और वे सफल अभिनेत्री बन गईं।

उस वक्त के शरारती और हँसमुख अभिनेता गोविंदा के साथ उनकी जोड़ी को दर्शकों ने खूब सराहा। वे और गोविंदा साथ में 10 फ़िल्में की जिसमे से 6 तो सुपरहिट रही। 2001 में आई फिल्म ‘कसम’ नीलम की आखिरी फिल्म थी। अपने फिल्मी करियर में उन्होंने सलमान खान, आमिर खान के साथ भी काम किया। ‘हम साथ साथ’, ‘एक था राजा’, ‘इल्जाम’ ‘सिन्दूर’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में नीलम कोठारी नजर आईं। साल 2011 में उन्होंने एक्टर समीर सोनी से शादी कर ली, शादी के दो साल बाद वे और उनके पति ने एक बच्ची को गोद ले लिया।

इस वजह से सुनीता से किया शादी

नीलम कोठारी से मिलते ही गोविंदा उनके इश्क़ के चक्कर में पड़ गए थे जबकि वे सुनीता को डेट कर रहे थे। इस बात को लेकर सुनीता और उनमें खूब लड़ाइयां हुई हैं। उन्होंने तो अपनी सगाई भी तोड़ दी ताकि नीलम कोठारी के साथ सात फेरे ले सके लेकिन गोविंदा की माँ चाहती थी कि अगर उन्होंने सुनीता को जुबान दी है, उन्हें सपने दिखाये तो उनसे ही सात फेरे ले। अपनी माँ की ख्वाहिश की मान रखने के लिये उन्होंने नीलम कोठारी से अलग होने का फैसला किया, और वे अलग हो गए।

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