अभी ही घर में खरीदकर रख दें लालटेन और किरासन तेल, अगले 6 महीने तक नहीं मिल सकती है बिजली, जानें क्यों?

अगर आप कैंडल लाइट और लालटेन की लाइट में डिनर करने का शौक रहते हैं तो यह शौक जल्द ही आपका पूरा हो सकता है। ना चाहते हुए भी आपका यह शौक पूरा हो जाएगा, क्योंकि अगले 6 महीने तक भारत में बिजली की किल्लत रहने की आशंका जाहिर की जा रही है, इसलिए आप पहले से ही किरासन तेल और लालटेन खरीद कर रख ले।

भारत में बिजली की किल्लत की वजह देश में कोयले की कमी है, क्योंकि  कोयले की कमी के कारण कई थर्मल प्लांट का उत्पादन ठप हो जाएगा जिसका असर सीधे आम आदमी के ऊपर पड़ेगा। ब्लू वर्ग के एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में कोयले से चलने वाले 135 थर्मल प्लांट मे से आधा से ज्यादा सितंबर के आखिरी दिनों तक मात्र 4 दिनों का ही कोयला बचा था। 16 में  तो बिजली बनाने के लायक भी कोयला नहीं रहा ।है वही अगस्त की शुरुआत में इन प्लांट के पास  औसतन 17 दिनों का कोयला का भंडार था। कोयले की इतनी कमी बीते कई वर्षों से देखी जा रही है।

वहीं बिजली संकट पर सरकार के उर्जा मंत्री राज कुमार सिंह ने एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में बताया कि मैं नहीं जानता कि आने वाले 6 महीने में हम ऊर्जा के आरामदायक स्थिति में होंगे। 40 से 50 गीगावॉट की क्षमता वाले थर्मल प्लांट में अभी 3 दिन से भी कम का कोयला बचा है। सरकारी मंत्रालय कोल इंडिया और एनटीपीसी लिमिटेड  सरकारी कोयला कंपनियों से कोयले के खनन को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही है ताकि मांग के मुताबिक बिजली बनाया जा सके।

फिलहाल जो स्टॉक है वह 4 दिन तक चल सकता है

केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने चीन में कोयला के कमी और भारत में कोयले की बढ़ती मांगों को लेकर आए रिपोर्ट को लेकर कहा कि देश में कोयले के पर्याप्त भंडार हैं, इससे सभी मांगों की पूर्ति की जा सकेगी। उन्होंने यह भी कहा कि हां कोयले की मांग बढ़ी है, हम इस मांग को पूरा भी कर रहे हैं, हम मांगों में वृद्धि को भी पूरा करने की स्थिति में है। फिलहाल  हमारे पास जो कोयले की स्टॉक है वह 4 दिन तक चल सकता है, चीन की तरह भारत में कोयला संकट नहीं है।

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