Sharanya Sadarangani: क्रिकेट खिलाड़ी अपने शानदार क्रिकेट जर्नी के अलावा अपनी निजी जिंदगी को लेकर भी हमेशा चर्चाओं में रहते हैं। क्रिकेट फैंस अक्सर अपनी फेवरेट खिलाड़ी की निजी जिंदगी को बेहद करीब से फॉलो करते हैं। ऐसे में क्रिकेट खिलाड़ियों के साथ-साथ उनकी और उनकी गर्लफ्रेंड को लेकर भी अक्सर खबरें सुर्खियां बटोरती है। यहीं वजह है कि क्रिकेट के मैदान में लगे कैमरे भी इस बात को अक्सर फॉलो करते हैं कि क्रिकेट के मैदान में मौजूद खिलाड़ी की पत्नी स्टेडियम में क्या कर रही है… ऐसे में आइए हम आपको क्रिकेट के इतिहास का एक ऐसा दिलचस्प किस्सा बताते हैं, जब मैच के मैदान में एक विकेटकीपर की जगह उसकी पत्नी ने विकेटकीपिंग की थी।
पति की जगह मैदान में विकेटकीपिंग करने उतरी पत्नी
यह पूरा वाक्य यूरोपियन क्रिकेट सीरीज T10 लीग का है, जिसने सभी को हैरान कर दिया था। दरअसल यूरोपियन क्रिकेट सीरीज T10 लीग के सेमीफाइनल मैच के दौरान अचानक से विकेटकीपर फिन सदारंगानी ने विकेटकीपिंग छोड़कर बॉलिंग करने का फैसला किया। ऐसे में जब फिन बॉलिंग करने के लिए उतरे, तो उनकी पत्नी शरान्या सदारंगानी ने अपने पति की जिम्मेदारी संभाली और वह विकेटकीपर बन कर बॉल कैच करने पहुंच गई।
बता दें कि यूरोपीयन T10 लीग में खेलने वाली शरान्या पहली ऐसी महिला है, जिन्होंने इस तरह क्रिकेट के मैदान में किसी मैन की रिस्पांसिबिलिटी संभाली हो। शरान्या मूल रूप से भारत की रहने वाली है। हाल-फिलहाल शरान्या का नाम क्रिकेट के गलियारों में काफी चर्चाओं में छाया हुआ है।
कौन है शरान्या सदारंगानी?
शरान्या सदारंगानी मूल रूप से भारत की रहने वाली है। शरान्य और फिन ने लव मैरिज की थी। इन दोनों के प्यार की मजबूती तो क्रिकेट के मैदान पर पूरी दुनिया देख चुकी है, लेकिन इसके साथ ही बता दें कि फिन शादी के बाद से अपनी पत्नी का सरनेम अपने नाम के पीछे लगाते हैं। चौक गए ना… क्योंकि आज तक आपने यही देखा होगा कि शादी के बाद पत्नी अपने पति के सरनेम को लगाती है, लेकिन फिन ने इन रीति-रिवाजों को पूरी तरह से उलट दिया है और वह पत्नी का सरनेम लगाते हैं।
बात शरान्या सदारंगानी के करियर ग्राफ की करें तो बता दे कि शरान्या ने 2020 में जर्मनी महिला क्रिकेट टीम में डेब्यू किया था। इस दौरान वह विकेटकीपर-बैटर के तौर पर जर्मनी के लिए खेलती नजर आई थी। वहीं अगर आप शरान्या के टी10 लीग में पुरुषों के बीच विकेटकीपिंग करने के बारें में सोच रहे हैं, तो बता दे कि मैंच में जेडर को लेकर कोई रोक-टोक नहीं है, उसमें जेंडर मायने नहीं रखता है। ऐसे में महिला हो या पुरुष कोई भी उस मैच में खेल सकता है। हालांकि इसके बावजूद शरान्या ने पहली बार पुरुषों के बीच उतरकर इतिहास रच दिया है।
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