चार्टर प्लेन से सफर करने का है सपना? तो जानिए कितना आएगा खर्च, कैसे होती है बुकिंग

Charter Plane Booking: आप भी प्राइवेट चार्टर एयरक्राफ्ट से कहीं जाना चाहते हैं या फिर भविष्य में अपने परिजनों के साथ चार्टर प्राइवेट प्लेन से सफर करना चाहते हैं तो आपको इसे बुक करने के तरीकों के बारे में पता होना चाइए. आप अगर किसी रेंटल चार्टर प्लेन बुक करना चाहते हैं तो आप इसके लिए कुछ नियमों को जान ले.

प्राइवेट चार्टर से सफर का इतना आता है खर्च

जानकारी के मुताबिक चार्टर एयरक्राफ्ट से सफर का खर्च प्लेन के सीटिंग कैपेसिटी और गंतव्य की दूरी और यात्रा की समय अवधि पर निर्भर करती है. उदाहरण के लिए बता दे कि 8 से 9 यात्री की क्षमता वाले मिड साइज एयरक्राफ्ट का किराया लगभग 3 से 5 लाख रुपए होता है.

फाल्कन या लैजसी जैसे एयरक्राफ्ट में लगभग 13 आदमी के बैठने की क्षमता होती है. इन एयरक्राफ्ट का किराया 4.5 से 5 लाख रुपए तक होता है. जिसका साइज बड़ा होता है और उतना ही इसका किराया भी बढ़ जाता है. यह किराया प्रति घंटे के हिसाब से चार्ज किया जाता है.

किराए के ऊपर से भी आता है कुछ खर्च (Charter Plane Booking)

चार्ट एयरक्राफ्ट बुक करने पर किराए के अलावा कुछ अन्य खर्च का भी भुगतान करना होता है. एयरक्राफ्ट बुक करने वाले पैसेंजर को किराए पर जीएसटी, एयरपोर्ट हैंडलिंग चार्जेस और क्रू के रहने का खर्चा उठाना पड़ता है. यदि एयरक्राफ्ट की पिक एंड ड्रॉप है तो यात्रियों के होटल में ठहरने का खर्चा नहीं देना होता है.

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उदाहरण के लिए आपको बता दे कि यदि हम दिल्ली से अयोध्या के लिए फाल्कन एयरक्राफ्ट बुक करेंगे तो दोनों शहरों के बीच की दूरी डेढ़ घंटे की है. यानी कि इसका 15 लाख रुपए का किराया हो जाएगा. इसके अलावा करीब ₹1,00,000 एयरपोर्ट हैंडलिंग चार्ज और जीएसटी का भुगतान करना होगा. इस तरह चार्टर्ड प्लेन से सफर के लिए आपको 16 से 17 लख रुपए देने होंगे.

जानिए कैसे होती है प्लेन की बुकिंग

एयरक्राफ्ट बुकिंग के लिए आपको सीधे एयरक्राफ्ट ऑपरेटर से संपर्क करना होगा. बुकिंग के दौरान ऑपरेटर आपको कस्टम एस्टीमेट के साथ प्रोसीजर की जानकारी देगा. हालांकि चार्टर प्लेन के केस में सभी प्रोसीजर एयरक्राफ्ट ऑपरेटर के द्वारा पूरे किए जाते हैं. इसके लिए दो तरह की परमिशन लेने होते हैं.

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पहले परमिशन भारतीय वायु सेवा के तरफ से जारी किया जाता है वहीं दूसरा परमिशन एयरपोर्ट ऑपरेटर जारी करता है. क्योंकि एयरक्राफ्ट ऑपरेटर के लिए इनफॉरमेशन को लेना रोज का काम है लिहाजा उन्हें इस प्रक्रिया को पूरा करने में अधिक समय नहीं लगता है. इसके लिए अतिरिक्त भुगतान करने की जरूरत नहीं होती है.

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