Bihar Teacher: राजधानी पटना में साक्षमता परीक्षा का विरोध प्रदर्शन कर रहे नियोजित शिक्षकों को लेकर शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने बड़ा बयान दिया है. शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि साक्षमता परीक्षा में फेल होने के बाद भी नियोजित शिक्षकों को सेवा मुक्त करने पर सरकार का भी कोई निर्णय नहीं हुआ है. शिक्षा विभाग के कमेटी ने अपने अनुशंसा पर इस विषय में बात कही है जिस पर सरकार ने अभी कोई फैसला नहीं किया है.
शिक्षा मंत्री ने दिया बड़ा बयान
शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षकों को हड़बड़ाने की जरूरत नहीं है. नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा देने के लिए साक्षमता परीक्षा ली जा रही है. विधानसभा परिसर में मीडिया से बातचीत के दौरान विजय चौधरी ने शिक्षकों को बड़ा आश्वासन दिया.
आपको बता दे साक्षमता परीक्षा के विषय पर शिक्षक आर पार के मूड में नजर आ रहे हैं. सुबह होते ही राज्यभर के हजारों की संख्या मे प्रदर्शनकारीयों का गर्दनीबाग पहुंचना जारी हो गया था. नियोजित शिक्षकों के संगठन के संयुक्त रूप से बिहार शिक्षा एकता मंच बनाया गया है और इससे पहले कई जिलों में साक्षमता परीक्षा के विरोध में शिक्षकों ने मसाल जुलूस निकाला था.
केके पाठक के आदेश के बावजूद तमाम शिक्षक इस प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं. शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा तभी मिलेगा जब वह साक्षमता परीक्षा पास करेंगे और साक्षमता परीक्षा में उन्हें तीन मौका मिलेगा.
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अगर शिक्षक तीनों मौके में फेल हो जाते हैं तो उन्हें शिक्षक सेवा से हटा दिया जाएगा. इस निर्णय का बहिष्कार करते हुए शिक्षक संघ ने आज विधानसभा का घेराव करने का भी फैसला किया है. नियोजित शिक्षकों के प्रदर्शन के चलते गर्दनीबाग से सचिवालय तक बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है और अधिकारियों को भी तैनात किया गया है.
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