Ram Mandir Pran Pratishtha Date: अयोध्या के राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि तय हो गई है। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी जी भी सम्मिलित होंगे। यह कार्यक्रम 22 जनवरी को दोपहर 12:30 पर होगा। आज बुधवार को पीएम मोदी से राम जन्मभूमि निर्माण समिति के सदस्य ने मिलकर उन्हें इसके लिए आमंत्रित किया है। यह मुलाकात शाम 5:15 बजे हुई। मुलाकात करने वालों में से चंपत राय, गोविंद गिरी, दीपेंद्र मिश्रा समेत चार लोग शामिल रहे। सभी ने पीएम मोदी से राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर अनुरोध किया जिसे पीएम मोदी ने स्वीकार कर लिया।
X पर पीएम मोदी के द्वारा कहा गया कि यह उनका सौभाग्य है कि वह इस ऐतिहासिक अवसर के गवाह बनेंगे। पीएम मोदी ने ट्रस्ट के सदस्यों के साथ मुलाकात की तस्वीर भी साझा की है। बता दे की प्राण प्रतिष्ठा के एक भव्य समारोह में भगवान श्रीराम की मूर्ति स्थापित की जाएगी।
जय सियाराम!
— Narendra Modi (@narendramodi) October 25, 2023
आज का दिन बहुत भावनाओं से भरा हुआ है। अभी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी मुझसे मेरे निवास स्थान पर मिलने आए थे। उन्होंने मुझे श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर अयोध्या आने के लिए निमंत्रित किया है।
मैं खुद को बहुत धन्य महसूस कर रहा… pic.twitter.com/rc801AraIn
10 दिवसीय अनुष्ठान के साथ होगा रामलला का प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Pran Pratishtha)
श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के द्वारा बताया गया कि श्री राम लला सरकार के श्री विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा दिनांक 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा की जाएगी। 14 जनवरी मकर संक्रांति के बाद रामलला की अभिषेक की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी और 10 दिवसीय अनुष्ठान के दौरान उनकी प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
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श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने उसकी उसकी पुष्टि करते हुए बताया कि अयोध्या में राम मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम की मूर्ति 22 जनवरी 2024 को स्थापित होगी। बता दे की इसके पहले 5 अगस्त 2020 को पीएम मोदी ने ही अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला भी रखी थी।
देश भर मे धूम धाम से होगा आयोजन
ट्रस्ट के सूत्रों के मुताबिक इस स्थापना समारोह के दौरान लगभग 10000 लोगों को मंदिर में परिसर के अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी । इसके अलावे इस दिन देश भर के सभी प्रमुख मंदिरों में भी समारोह आयोजित किए जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट ने 2019 के एक फैसले में अयोध्या में विवादित स्थल पर एक ट्रस्ट द्वारा राम मंदिर निर्माण का फैसला सुनाया था।