अटल पथ के दूसरे चरण के निर्माण कार्य में जमीन की बाधा आ रही है, लेकिन जल्द ही इसका समाधान निकाल लिया जाएगा। सड़क निर्माण में एफसीआइ से भूमि लेने में समस्या आ रही है। निर्माण कार्य पूरा करने के लिए 1़ 13 एकड़ जमीन की आवश्यकता है। एफसीआइ से जमीन लेने के लिए कैबिनेट में प्रस्ताव भेज कर मंजूरी लेने की तैयारी की जा रही है। वहाँ अंतिम रूप से एफसीआइ से जमीन की खरीद पर निर्णय लिया जाएगा। अटल पथ के दूसरे चरण का निर्माण कार्य पूरा होने से गंगा पाथ वे सड़क की कनेक्टिविटी हो जायेगी। इसके साथ ही एम्स-दीघा एलिवेटेड रोड व जेपी सेतु से उत्तर बिहार की यात्रा पहले से काफी आसान हो जायेगी।
गंगा पाथ-वे में मिलाना है फ्लाइओवर को
पथ विकास निगम के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अटल पथ के पहले चरण का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। दीघा से आगे फेज दो का निर्माण कार्य अभी बाकी है। दीघा में फ्लाइओवर के निर्माण का कार्य पूरा किया जा चुका है। उसके आगे सड़क निर्माण कर गंगा पाथ-वे में मिलाना का काम किया जाना है। इसके लिए एफसीआइ की जमीन मे रुकावट आ रही है।
जमीन नहीं मिलने से काम बाधित है। जमीन की समस्या सुलझाने की पहल पहले भी की गई थी। एफसीआइ से कागजात की मांग की गयी थी. लेकिन, एफसीआइ की ओर से कागजात जमा नहीं किया गया है। इस प्रकरण पर बातचीत के लिए तत्कालीन मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक बैठक भी की गई थी। सूत्र ने बताया कि एफसीआइ से जमीन की खरीद के लिए अब प्रस्ताव कैबिनेट में भेजा जाएगा। 1.13 एकड़ जमीन के लिए लगभग 12 करोड़ देना होगा।
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