कम होगी दक्षिण बिहार से उत्तर बिहार की दूरी, बख्तियारपुर-ताजपुर फोरलेन का निर्माण इस महीने हो जायेगा पूरा!

गंगा नदी (Ganga River) पर निर्माणाधीन बख्तियारपुर-ताजपुर फोरलेन पुल (Bakhtiyarpur-Tajpur Four lane Bridge) का निर्माण साल 2024 तक पूरा होने की संभावना जताई जा रही है। बता दे अब तक इसका 50 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। बिहार राज्य पथ विकास निगम और बैंक के बीच समझौते के लिए उच्च न्यायालय के आदेश की प्रतीक्षा (High Court On Bakhtiyarpur-Tajpur Fourlane Bridge) हो रही है। कोर्ट के आदेश व तीनों पक्षों के राजामंद होने के बाद मानसून खत्म होते ही परियोजना पर फिर से काम शुरू हो जायेगा। फिलहाल इस परियोजना के आर्थिक संकट को दूर करने के लिए राज्य मंत्री परिषद की बैठक में पिछले दिनों 935 करोड़ रुपए देने का निर्णय लिया गया। इसके अतिरिक्त निर्माण एजेंसी पहले से ही 474 करोड़ रुपए बैंक से कर्ज ले चुकी है। पूरी राशि ब्याज सहित सरकार और बैंक देगी।

Bakhtiyarpur-Tajpur Fourlane

2875 करोड़ रुपए की लागत से तौयार होगा ये फोरलेन पुल

जानकारी के मुताबिक साल 2011 में तकरीबन 1602.74 करोड़ रुपए की लागत से बख्तियारपुर-ताजपुर फोरलेन पुल का निर्माण शुरू हुआ था। पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत इस परियोजना को साल 2016 तक पूरा करना था, लेकिन शुरुआत में जमीन अधिग्रहण के बाद एक बार फिर वित्तीय स्थिति डगमगाने लगी जिसके चलते निर्धारित समय पर निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका। अब इसकी अनुमानित लागत बढ़कर तकरीबन 2875 करोड़ रुपए हो गई है। इस परियोजना में कुल 5.5 किमी लंबी पुल और 45.39 किमी लंबा एप्रोच रोड का निर्माण होना है।

Bakhtiyarpur-Tajpur Fourlane

बजट के कारण डगमगाया फोरलेन पुल प्रोजेक्ट

बता दें कि निर्माण में जुटी एजेंसी की आर्थिक स्थिति जर्जर हो गई थी। बैंक ने आर्थिक सहयोग करने से साफ तौर पर मना कर दिया था। वहीं पथ निर्माण विभाग के रिवाइवल पॉलिसी के तहत इस परियोजना को पूरा कराने की घोषणा की गई है। इस पुल के बाकी कार्य के लिए 1187 करोड़ रुपए की दरकार थी, जिसमें राज्य सरकार ने तकरीबन 935 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया।

Bakhtiyarpur-Tajpur Fourlane

बता दे कि फोरलेन पुल के बन जाने से दक्षिण बिहार से उत्तर बिहार की ओर आवागमन आसान हो जाएगा। साथ ही नवादा, मुंगेर और नालंदा जिला से आने वाली गाड़ियां गांधी सेतु और जेपी सेतु से ना जाकर डायरेक्ट इसी पुल के रास्ते उत्तर बिहार की ओर निकल जाएगी।