क्यो चर्चाओं में है Dr Vikas Divyakirti? UPSC की बेस्ट कोचिंग देने वालों में टॉप पर है इनका नाम

Drishti Coaching Owner Dr Vikas Divyakriti: यूपीएससी की परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षा में से एक मानी जाती है। यूपीएससी की परीक्षा (UPSC Exam) में हर साल लाखों की संख्या में अभ्यर्थी बैठते हैं, लेकिन इनमें से कुछ सैकड़ों ही इस परीक्षा को पास कर पाते हैं। यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा की तैयारी करने में लोगों को सालों साल लग जाते हैं। इंटरनेट पर इसके लिए स्टडी मैटेरियल सर्च करने से लेकर नोट्स बनाने तक अभ्यार्थियों को काफी परिश्रम करना पड़ता है। ऐसे में यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करवाने और उसके लिए बेस्ट स्टडी मैटेरियल देने वालों में डॉ विकास दिव्यकीर्ति (Dr Vikas Divyakirti) का नाम काफी पॉपुलर है।

1996 के आईएस अधिकारी रह चुके हैं Dr Vikas Divyakirti

बता दे डॉ विकास दिव्यकीर्ति भी एक आईएएस अफसर रह चुके हैं। साल 1996 में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईएएस का पद हासिल किया था। यूपीएससी की परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने नौकरी भी ज्वाइन की थी। इस दौरान उनकी पहली पोस्टिंग गृह मंत्रालय में हुई थी, जहां उन्होंने ज्यादा दिनों तक काम नहीं किया और रिजाइन कर दिया। दरअसल दिव्यकीर्ति को उनकी सहज भाषा और उनके पढ़ाने के तरीके के चलते आज जाना पहचाना जाता है और आज वह बच्चों को यूपीएससी की तैयारी कराते हैं।

कौन है डॉ विकास दिव्यकीर्ति (Who is Dr Vikas Divyakirti)

विकास दिव्यकीर्ति का जन्म 26 दिसंबर 1973 को हरियाणा में हुआ था। डॉक्टर दिव्यकीर्ति को हिंदी से बेहद लगाव है। दरअसल उनके माता-पिता दोनों ही हिंदी साहित्य के प्रोफेसर रह चुके हैं। यही वजह है कि उन्हें हिंदी से इतना ज्यादा लगाव है। दिव्यकीर्ति दिल्ली यूनिवर्सिटी और भारतीय विद्या भवन से अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद में पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से ही हिंदी साहित्य में एमए, एमफिल और पीएचडी की डिग्री भी हासिल की है।

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डॉ. दिव्यकीर्ति ने दी के छात्रों को सलाह

दिव्यकीर्ति कीर्ति ने 1999 में दृष्टि आईएएस कोचिंग की स्थापना की थी। इस दौरान उनकी पत्नी डॉ तरुण वर्मा ने इस कोचिंग सेंटर संस्थान में बतौर डायरेक्टर पदभार संभाला था। डॉक्टर दिव्यकीर्ति का कहना है कि यूपीएससी के कैंडिडेट को तैयारी के साथ-साथ अपने पॉजिटिव और नेगेटिव रवैए पर भी खासतौर पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही कैंडिडेट को किसी भी सवाल के जवाब में उसके पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों पहलुओं के बारे में पता होना चाहिए। इस दौरान उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्रों को यह भी सलाह दी कि वह पिछले साल के पेपर की तैयारी सबसे पहले करें।

माता सीता का बयान दे सुर्खियों में आए थे डॉक्टर विकास दिव्यकीर्ति

डॉ विकास दिव्यकीर्ति का नाम सबसे पहली बार तब सुर्खियों में आया, जब उन्होंने माता सीता पर बयान दिया था। इसके बाद वह आज अपने यूट्यूब चैनल को लेकर काफी सुर्खियों में रहते हैं। बता दें डॉ विकास दिव्यकीर्ति ने महज 2 हफ्ते में 1.6 लाख से ज्यादा सब्सक्राइब हासिल कर एक अलग रिकॉर्ड बनाया था। ये बात अलग है कि आज उन्हें सिर्फ यूपीएससी के बच्चे ही नहीं बल्कि कई दूसरे लोग भी सुनना पसंद करते हैं।

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