भारत के इन 10 इंजीनियरिंग कॉलेज के आगे फीके है IITs, इनमें JEE Main Score से मिलता है एडमिशन

Top 10 Engineering Colleges: भारत में कुल 4000 से ज्यादा इंजीनियरिंग कॉलेज (Best engineering college in India) है, जिनमें जेईई मेंस परीक्षा पास करने के बाद ही एडमिशन मिलता है। ऐसे में जेईई मेंस परीक्षा (JEE Mains exam) पास करने वाले हर उम्मीदवार की यही इच्छा होती है कि उन्हें देश के सबसे बेस्ट इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन मिल सकें। यह बात सभी जानते हैं कि इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भारत हमेशा से बुलंदी पर रहा है, क्योंकि भारत में ज्यादातर स्टूडेंट 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद इंजीनियर बनने का सपना लेकर ही अपने करियर में आगे बढ़ते हैं।

भारत के ये 10 इंजीनियरिंग कॉलेज है सबसे बेस्ट

भारत में कई ऐसे इंजीनियरिंग कॉलेज है जिनका नाम विश्व के बेहतरीन कॉलेजों की सूची में आता है। ऐसे में आइए हम आपको भारत के 10 सबसे बेहतरीन आईआईटी कॉलेज (India’s top 10 engineering college) के बारे में बताते हैं इन कॉलेजों को भारत सरकार द्वारा जारी NIRF रैंकिंग में टॉप 10 इंजीनियरिंग कॉलेज (Top 10 engineering College) में शामिल किया गया है।

भारत के 10 बेस्ट इंजीनियरिंग कॉलेज के नाम

  • जादवपुर यूनिवर्सिटी, कोलकाता, पश्चिम बंगाल, स्कोर- 65.68, रैंक- 11
  • वेल्लौर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, वेल्लौर, तमिलनाडु, स्कोर- 61.41, रैंक- 17
  • इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी, मुंबई, महाराष्ट्र, स्कोर- 61.40, रैंक- 18
  • अमृता विश्व विद्यापीठम, कोयंबटूर, तमिलनाडु, स्कोर- 60.92, रैंक- 19
  • एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, चेन्नई, तमिलनाडु, स्कोर- 58.02, रैंक- 24
  • एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा, उत्तर प्रदेश, स्कोर- 57.73, रैंक- 25
  • जामिया मिल्लिया इस्लामिया, नई दिल्ली, स्कोर- 57.51, रैंक- 26
  • शिक्षा ‘ओ’ अनुसंधान, भुवनेश्वर, ओडिशा, स्कोर- 57.48, रैंक- 27
  • थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, पटियाला, पंजाब, स्कोर- 57.18, रैंक- 28

भारत में 4000 है इंजीनियरिंग कॉलेज की संख्या

बात आंकड़ों के आधार पर करें तो बता दे भारत में कुल 4000 से ज्यादा इंजीनियरिंग कॉलेज है। इन सभी कॉलेजों में एडमिशन जेईई की परीक्षा पास करने के बाद मिलता है। जेईई मेन रिजल्ट आने के बाद भारत के कई इंजीनियरिंग कॉलेजों में इंजीनियरिंग एडमिशन के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। 12वीं के बाद ही छात्र आगे की पढ़ाई के लिए इंजीनियरिंग कोर्स का सबसे ज्यादा चयन करते हैं। इंजीनियरिंग में करियर बनाने वाले छात्रों के लिए इस फील्ड में स्कोप भी बहुत ज्यादा होता है।

हर साल लाखों स्टूडेंटस देते है परीक्षा

मालूम हो कि हर साल लाखों स्टूडेंट जेईई मेंस की परीक्षा में बैठते हैं। इसके बाद वह इससे भी एडवांस जेईई एडवांस की परीक्षा में शामिल होते हैं। परीक्षा में हासिल रैंक के हिसाब से कॉलेज में एडमिशन दिया जाता है। इंजीनियरिंग में स्टूडेंट इसके बाद अपने पसंद के हिसाब से अपने करियर ऑप्शन को चुनते हैं, जिनमें- मैकेनिकल, सिविल, इलेक्ट्रिकल और सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने का स्कोप उनके पास होता है। सरकारी से लेकर प्राइवेट सभी क्षेत्र में इन सभी अलग-अलग तरह के इंजीनियर के लिए कई तरह की संभावनाएं हैं।

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