Tirupati Temple Net Worth: भारत में धार्मिकता, संस्कृति का एक अलग ही महत्व है। लोगों का जीवन संस्कृति एवं धर्म के इर्द-गिर्द ही घूमता है। ऐसे में भारत के अलग-अलग राज्यों गांव क्षेत्रों में बसे मंदिरों में हर दिन लोगों की भीड़ भगवान के दर्शन के लिए उमड़ती है। इस कड़ी में देश में एक ऐसा मंदिर भी है, जिसमें हर दिन हजारों की भीड़ भगवान के दर्शन के लिए पहुंचती है। यह मंदिर है तिरुपति मंदिर (Tirupati Temple)… हाल ही में इस मंदिर के तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (Tirumala Tirupati Devasthanam) की ओर से एक श्वेत पत्र जारी किया गया है, जिसमें मंदिर के कितना कैश, गोल्ड, जमा राशि और संपत्ति को लेकर पूरा ब्यौरा (Tirupati Temple Property Details) दिया गया है। इस लिस्ट के मुताबिक मंदिर की कुल संपत्ति 2.26 लाख करोड़ रुपए की है।
तिरुपति मंदिर में कितना है सोना
इस श्वेत पत्र में दिए गए आंकड़े के मुताबिक तिरुपति मंदिर में कुल संपत्ति के अंदर अगर गोल्ड की बात की जाए तो करीबन 10.3 टन गोल्ड मौजूद है। इस संपत्ति के बारे में दी गई जानकारी में बताया गया है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही सभी रिपोर्ट झूठी हैं, जिसमें कहा गया है कि तिरुमला तिरुपति देवस्थानम के अध्यक्ष और बोर्ड ने आंध्र प्रदेश सरकार और भारत सरकार की प्रतिभूतियों में इन्वेस्टमेंट करने का फैसला किया है।
कहां जमा है तिरुपति मंदिर का करोड़ों का पैसा
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम की ओर से यहां जमा धनराशि को लेकर अब तक कोई फैसला नहीं किया गया है। वही उनके द्वारा साझा जानकारी के मुताबिक मंदिर की अधिशेष राशि को अनुसूचित बैंक में निवेश किया जाता है। तिरुमला तिरुपति देवस्थानम की कुल संपत्ति 2.26 लाख करोड़ रुपए की है, जिसमें से राष्ट्रीय कृत बैंकों में 5,300 करोड रुपए से अधिक 10.3 टन सोना जमा है और नगदी के तौर पर करीबन 15,938 करोड रुपए जमा है।
3 साल में 2.9 टन बढ़ा सोना
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम द्वारा दिए गए इस श्वेत पत्र के मुताबिक 2019 में तिरुपति मंदिर में करीबन 7.4 टन सोना जमा था। पिछले 3 सालों में यह 2.9 टन बढ़कर 10.3 टन हो गया है। मौजूदा समय में यह पूरा सोना बैंक में जमा है।
कहां से होती है तिरुपति मंदिर की कमाई
इस रिपोर्ट में साझा की गई जानकारी के मुताबिक मंदिर की पूरी संपत्ति पूरे भारत में करीब 7,123 एकड़ में फैली हुई है, जिसमें से 960 संपत्तियां शामिल है। मंदिर की यह कमाई यहां आए भक्तों और संस्थानों द्वारा दिए गए दान से एकत्रित की गई हैष इसके साथ ही ट्रस्ट ने भक्तों से अनुरोध किया है कि- वह मंदिर की संपत्ति को लेकर किसी भी तरह की कोई झूठी अफवाह ना फैलाएं।