शेरो- शायरी से गूंगा बिहार विधान सभा, तेजस्‍वी यादव की शायरी पर अध्‍यक्ष जी बोले ताली बजाने

यूं तो आपने विधानसभा में शोर-शराबा और हंगामा तो बहुत सुना होगा लेकिन कभी-कभी या मनोरंजक मुशायरे का रूप ले लेता है । कोई शायरी बोलता है तो अन्य सदस्यगण मेज थपथपा कर उनकी तारीफ करते हैं। ऐसा ही मौका कल बिहार विधानसभा में देखने को मिला । जब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सायरी पर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सभी से ताली बजाने की अपील की।

तेजस्वी यादव काफी शायराना मूड में नजर आ रहे थे। उनके द्वारा पढ़ी गई शायरी इस प्रकार है –

तू कर ले हिसाब, अपने हिसाब से। जनता हिसाब लेगी, अपने हिसाब से।

उनकी दूसरी शायरी थी –

मेरे लिए फकत आसमां है, उडऩे के लिए।
मेरे पास जमीन है, साथ चलने के लिए।

उनकी इसी शायरी पर विजय कुमार सिन्हा ने सभी से मेंज थपथपाने की अपील की। तेजस्वी यादव सिर्फ शायरी ही नहीं बोल रहे थे बल्कि अपना दबंग रूप भी दिखा रहे थे।

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माहौल और ज्यादा रोमांचक तब हो गया जब जवाब देते वक्त उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने भी शायरी पड़ी। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत जिस शायरी से कि वह इस प्रकार है –

सुना है, आज समंदर को बड़ा गुमान आया है,
उधर भी ले चलो कश्ती जहां तूफान आया है ।

वहीं राज्य के विकास में एनडीए की भूमिका पर भी उन्होंने एक शायरी फरमाया –

“दीवाली यूं ही नहीं मनी, दीया को रात भर जलना पड़ा।”

तेजस्वी ने ताल किशोर प्रसाद की तारीफ करते हुए कहा कि इनका गला सुशील मोदी से साफ मालूम पड़ता है शायरी पढा अच्छा लगा। उन्होंने तंज कसते हुए यह भी कहा कि आपको सावधान रहने की जरूरत है वरना कहीं सुशील मोदी वाला हश्र ना हो जाए। पुलिसिया जीप पर भी तंज कसते हुए तेजस्वी ने कहा कि यह चलती कम है और धुआं ज्यादा फेकती है ।

शेरो शायरी के बीच तेजस्वी ने काफी टिप्पणी किया ।बीच में जब मुकेश साहनी एक बार उठे तो उन्होंने यह कहकर चुप करा दिया कि आप तो रिचार्ज कूपन है उनका कहने का अर्थ था की भाजपा उन्हें दोबारा सदस्य बनाएगी या नहीं उसका कोई ठीक नहीं है।

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