प्रियंका के पति निक और सोनम कपूर को हुई एक ही बीमारी, जिसका कोई इलाज नहीं, जानें लक्षण?

बॉलीवुड (Bolywood) से लेकर हॉलीवुड (Hollywood) तक सभी स्लैब्स अपनी फिगर और बॉडी को मेंटेन करने के लिए कई तरह के तिकड़म अपनाते हैं। अपनी फिटनेस और ग्ले को ठीक रखने के लिए उनका न्यूट्रिशन से डाइट लेना, जिमिंग करना, एक्सरसाइज करना और ना जाने अपने डेली रूटीन में और क्या कुछ करना, जिससे उनके फेस का ग्लो और उनकी बॉडी की शेप बनी रहे, उन्हें काम मिलता रहे और लोग उन्हें पसंद करते रहे।

इतना कुछ करने के बाद भी बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक कई ऐसे स्लैब्स है जो कई अलग-अलग क्रॉनिक बीमारियों से जूझ रहे हैं, जिनका कोई इलाज भी नहीं है। इस लिस्ट में प्रियंका चोपड़ा के पति निक जोनस (Nick Jonas Disease) से लेकर सोनम कपूर (Sonam Kapoor Disease) तक का नाम शामिल है। बता दे यह दोनों ही एक ही बीमारी से जूझ रहे हैं। इस बीमारी का नाम है टाइप-1 डायबिटीज। क्या है टाइप-1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) के लक्षण-नुकसान?आइए हम आपको डिटेल में बताते हैं।

लंबे समय से इस बीमारी से है पीड़ित

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक निक जोनस महज 13 साल के थे जब वह इस बीमारी का शिकार हुए। वही सोनम कपूर उस समय 17 साल की थी जब उन्हें इस बीमारी के बारे में पता चला। इस बीमारी को कंट्रोल करने के लिए सोनम ने इंसुलिन लेना शुरू किया। वही पिछले साल प्रियंका चोपड़ा के पति निक जोनस ने भी इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए इस बीमारी को लेकर अपनी जानकारी साझा की थी।

क्या कहते हैं स्पेस्लिट डॉक्टर

सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के अनुसार डायबिटीज यानी मधुमेह (What Is Type 1 Diabetes) एक तरह की क्रॉनिक यानी लंबे समय तक रहने वाली बीमारी है। शरीर द्वारा खाने को ऊर्जा के लिए इस्तेमाल करने की प्रक्रिया को सबसे ज्यादा प्रभावित करती है। डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के मुताबिक जब भी हम कुछ खाते हैं शरीर उसे शुगर में तोड़कर ब्लड में रिलीज कर देता है इसके बाद जब ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने लगता है तो पैंक्रियास को इंसुलिन हार्मोन रिलीज करने का संकेत मिल जाता है।

संकेत के बाद इंसुलिन कोशिकाओं के द्वारा ग्लूकोस की खपत को तेज करने में मदद करता है, जिसे ब्लड शुगर का लेवल भी कंट्रोल किया जाता है लेकिन डायबिटीज के अंदर शरीर में इंसुलिन का उत्पादन अपर्याप्त हो जाता है या फिर शरीर इंसुलिन के प्रति असंवेदनशील हो जाता है। जो स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बनते हैं।

क्या है टाइप-1 डायबिटीज के लक्षण (Symptoms Of Type 1 Diabetes)

बहुत जल्दी प्यास लगना, ज्यादा पेशाब आना, अक्सर भूख महसूस होना, धुंधला दिखना, शरीर में कई तरह के अलग-अलग लक्षण दिखना, त्वचा पर कट या घाव धीरे धीरे ठीक होना, थकावट और सुस्ती महसूस होना सिर दर्द, बार-बार मूड़ बदलना, बगैर कारण पता चले शरीर का वजन घटना, शरीर में खुजली होना, चक्कर आना यह सभी इसके प्रमुख लक्षण है।

क्या है टाइप वन डायबिटीज? (What Is Type 1 Diabetes)

डायबिटीज टोटल 4 तरह की होती है, जिसमें एक टाइप-1 डायबिटीज भी है। मधुमेह यानी डायबिटीज के इस प्रकार में इम्यून सिस्टम गलती से इंसुलिन उत्पादन करने वाली पैंक्रियास की सेल्स को खत्म करने लगता है, जिसके बाद शरीर में इंसुलिन की मात्रा बिल्कुल कम या ना के बराबर हो जाती है। ज्यादातर लोगों में यह समस्या बचपन या किशोरावस्था में ही देखने को मिल जाती है, इसलिए इसे जूविनाइल डायबिटीज या इन्सुलिन डिपेंडेंट डायबिटीज का नाम लिया जाता है।

डायबिटीज कंट्रोल करने का तरीका (Treatment Of Type 1 Diabetes)

एक्सपर्ट्स का कहना है कि- ए1सी टेस्ट, फास्टिंग ब्लड शुगर टेस्ट, ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट, रैंडम ब्लड शुगर टेस्ट आदि के द्वारा डायबिटीज की जांच के बाद बीमारी की गंभीरता के मुताबिक इसका इलाज किया जाता है। इसके साथ ही जिन लोगों में गंभीर डायबिटीज के लक्षण नजर आते हैं, उन्हें इंसुलिन इंजेक्शन दिए जाते हैं। वहीं कम लक्षण वाले लोग इसे खान-पान में कंट्रोल करके भी बचाव कर सकते हैं।