अमिताभ बच्चन के रोल्स रॉयस को पुलिस ने किया जब्त, सलमान खान कर रहे थे ड्राइविंग

बैंगलोर के RTO के द्वारा 22 अगस्त की शाम को यूबी सीटी के पास एक खास अभियान चलाया गया जिसके तहत लगभग 17 गाड़ियों को ज़ब्त कर लिया गया. गौर फरमाने वाली बात ये है कि इन सभी गाड़ियों में एक रोल्स रॉयस भी शामिल थी जो सदी के महानायक के नाम पर रजिस्टर्ड थी. दरअसल ये कार कई सालों पहले बिग बी की हुआ करती थी.और अमिताभ बच्चन से ये कार जिस व्यक्ति ने खरीदी, उसने गाड़ी का पंजीकरण अपने नाम नहीं करवाया था, जिसकी वजह से मामला इतना बढ़ा.लेकिन अब इन गाड़ियों को सीटी आरटीओ ने अपने कब्ज़े में ले लिया है.

उमराह डेवेलपर्स के मालिक ने खरीदी थी गाड़ी

इस रोल्स रॉयस के मालिक, और उमराह डेवेलपर्स के MD (बाबू) ने ये कहा कि उन्होनें अभिनेता अमिताभ बच्चन को 6 करोड़ रूपए देकर ये गाड़ी खरीदी है. ये गाड़ी पुरानी है, जो साल 2019 में अमिताभ बच्चन के नाम पर थी. पंजीकरण के लिए नाम बदलने का आवेदन बाबू ने काफी पहले ही कर दिया था, लेकिन किसी कारण से ऐसा नहीं हो पाया।

इसके आगे उन्होनें ये बात भी कही कि उनके पास दो रोल्स रॉयस कार हैं जिसमें दूसरी कार नई है. बाबू का ऐसा कहना है कि उनके बच्चे रविवार को या किसी छुट्टी वाले दिन अमिताभ बच्चन की कार चलाना पसंद करते हैं. बाबू की बेटी उस दिन इसी कार से कहीं जा रही थी जब इस कार को ज़ब्त कर लिया गया. अधिकारियों के द्वारा बाबू को शहर के बाहरी इलाके नेलामंगला में स्थित RTO कार्यालय बुलाया गया है. बाबू ने ये अनुरोध किया कि उसे छोड़ दिया जाए.

गाड़ी के ड्राईवर का नाम सलमान खान

परिवहन विभाग के अतिरिक्त आयुक्त नरेंद्र होलकर के द्वारा ये बताया गया कि गाड़ी के सही दस्तावेज़ नहीं होने की वजह से कार को ज़ब्त कर लिया गया है. बाबू ने अमिताभ बच्चन द्वारा दस्तखत किया हुआ एक पत्र भी पेश किया जिसमें कहा गया कि वाहन उन्हें बेचा जा रहा है. दिलचस्प बात ये सामने आ रही है कि जिस वक़्त रोल्स रॉयस को ज़ब्त किया गया, उस वक़्त जो ड्राईवर उस कार को चला रहा था, उसका नाम सलमान खान है,जो अभिनेता सलमान खान के नाम से इत्तेफाक रखता है.

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सही दस्तावेज़ मिलने पर छूटेंगी गाड़ियाँ

RTO के द्वारा इन गाड़ियों के मालिकों को व्यक्तिगत रूप से वाहनों के दस्तावेज़ पेश करने के लिए कहा गया है. RTO अधिकारियों का कहना है कि क्योंकि RTO में इन गाड़ियों का कोई दस्तावेज़ पेश नहीं किया गया था जिससे ये मालूम हो कि ये गाड़ी किसकी है,इसलिए ये गाड़ियाँ ज़ब्त हुई. अगर इन गाड़ियों के मालिक सही दस्तावेज़ सामने लाते हैं तो पुलिस गाड़ियों को वापस कर देगी.

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