बिहार(Bihar) की राजधानी पटना के पेसू इलाके की 50 हजार की आबादी को अब बिजली विभाग (Bihar Electricity board) नियमित रूप से बिजली उपलब्ध कराएगा। विभाग के इस फैसले से इलाके के लोगों की बिजली की समस्या का समाधान भी हो जाएगा। विभाग ने अपने इस फैसले को हकीकत का रूप देने के लिए गोलघर ई-पावर सब स्टेशन शुरू कर दिया है। बता दे अगस्त में पाटलिपुत्र औद्योगिक क्षेत्र का पावर सब स्टेशन को भी शुरू हो जाएगा। इन दोनों पावर स्टेशनों में 11 केवी का 10 फीडर निकल रहा है, जिन्हें रिजर्व रखा गया है। इन दोनों ही ई-पॉवर सब स्टेशन से बांकीपुरा से लेकर पाटलिपुत्र इलाके में 50 हजार की आबादी को क्वालिटी बिजली की आपूर्ति कराई जाएगी।
इन सब स्टेशनों पर लोड हो जाएगा काम
बिजली विभाग के इस फैसले से गोलघर पावर सब स्टेशन से राजेंद्र नगर पीएसएस, एसके मेमोरियल पीएसएस, बंदर बगीचा पावर सब स्टेशन, मौर्यलोक पावर सब स्टेशन, राजापुरा पावर सब स्टेशन का लोड कम हो जाएगा। इसका सीधा फायदा जमाल रोड, अशोक राजपथ, गांधी मैदान, दक्षिणी मंदिर, राजपुर और छज्जूबाग इलाके के घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को मिलेगा। साथ ही इसका फायदा इस इलाके के व्यवसायिक उपभोक्ताओं को भी मिलेगा।
इसके अलावा बिजली विभाग की इस पहल से इलाके में वोल्टेज की फ्लकचुएशन, ट्रिपिंग भी खत्म हो जाएगी, जिसके साथ ही यहां की आबादी को नियमित रूप से निर्बाध बिजली मिलेगी।
लोड कम करने को लेकर विभाग कर रहा विचार
मालूम हो कि पाटलिपुत्र औद्योगिक क्षेत्र के ई पावर सबस्टेशन और पावर ट्रांसफॉरमेशन को भी चार्ज कर लिया गया है। मौजूदा समय में पाटलिपुत्र औद्योगिक पीएसएस, दीघा पीएसएस, राजपुर पीएसएस का लोड कम करने के लिए भी विचार विमर्श किया जा रहा है। बता दे इनपावर सब स्टेशनों से निकलने वाले फीडर को छोटा कर पाटलिपुत्र ई-पीएस,एस से निकलने वाले 11 केवी के पांच फीडर से इसे जोड़ा जाएगा जिसका सीधा फायदा वहां के आईटीआई, आश्रम, ओल्ड पाटलिपुत्र, न्यू पाटलिपुत्र, पाटलिपुत्र औद्योगिक क्षेत्र, कुर्जी के बिजली उपभोक्ताओं को मिलेगा।
पटना के पूर्वी हिस्से में ई पावर सब स्टेशन की संख्या बढ़ी
जानकारी के मुताबिक पटना में बीते दिनों ही पावर सब स्टेशन को शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही इसमें पावर स्टेशंस की संख्या 2 हो गई है। बता दें इसमें पंचशील और बकरी बाजार ई-पीएसएस पहले से है। वहीं पश्चिमी पटना में भी ई-पीएसएस शुरू हो गया है। इसके साथ ही शहर में कुल 74 पीएसएस हो जाएंगे। इन पावर सब स्टेशनों से जुड़े 8500 डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर के जरिए करीबन 6.21 लाख लोगों को निर्बाध बिजली आपूर्ति कराई जायेगी।
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