चिराग पासवान के साथ आए नीतीश कुमार के कट्टर विरोधी, मांझी को भी साथ आने का दिया न्योता

बिहार की सियासत मे इन दिनों एक अलग ही भूचाल आया हुआ है। हर रोज़ ही राजनीति एक नया करवट लेती दिख रही है। जब से लोजपा के अंदर की फूट सार्वजानिक चर्चा का विषय बनी है, राजनीति ने भी नया रंग लेना शुरू कर दिया है। पार्टी मे अपने वजूद के लिए चिराग पासवान के संघर्ष को नीतीश के विरोधी का साथ मिलना शुरू हो गया है।

चिराग जिस दौर से गुजर रहे है, राजनीति का स्वाद चखे नेताओंं को उनमे बड़ी सम्भावना नज़र आ यही है। राजद पहले से ही लगातार अपने पैंतरे आजमा रही है तो वहीं अब इसमें एक नया नाम नीतीश कुमार के उग्र विरोधी माने जाने वाले एक नेता का भी जुड़ गया है, अब वे चर्चा मे आ गए है। ये नेता है भारतीय सबलोग पार्टी के प्रमुख अरुण कुमार, जो बिहार के जहानाबाद से पूर्व सांसद भी रह चुके है , ये नीतीश कुमार के कट्टर विरोधी माने जाते हैं।

अरुण कुमार तेजस्वी के आए साथ

जब से पशुपति पारस ने पार्टी के पाँच सांसदों के साथ मिलकर पार्टी तोड़कर अलग हुए है, चिराग को जबरदस्त झटका लगा है। वे अपने पार्टी के एक मात्र सांसद बचे हैं, लोजपा के एकमात्र विधायक पहले ही अलग होकर जदयू मे शामिल हो चुके है। ऐसे मे चिराग अकेले पड़ गए हैं। सबसे अकेले पड़े चिराग को अब भारतीय सबलोग पार्टी के प्रमुख अरुण कुमार ने समर्थन देने की घोषणा की है।

उन्होंने कहा है कि आनेवाले दिनों मे चिराग दलित समुदाय प्रतिनिधित्व के मामले मे देश का सबसे बड़ा चेहरा बन सकते हैं, उनमे एक बेहतरीन नेता बनने की पूरी सम्भावना है। 5 जुलाई को स्वर्गीय रामविलास पासवान की जयंती के अवसर पर चिराग द्वारा प्रस्तावित बिहार यात्रा को उन्होंने अपना पूरा समर्थन देने की बात कही है। उन्होंने यह तक कह दिया आनेवाले दिनों मे नीतीश कुमार को सत्ता से बेदखल करने के लिए यदि उन्हें जरूरत पड़ी तो अपने पार्टी को चिराग के पार्टी में मर्ज भी कर लेंगे।

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मांझी को साथ आने का दिया प्रस्ताव

इसके साथ ही अरुण कुमार ने फिर से नीतीश कुमार पर हमला बोला और उनसे इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि नीतीश कुमार से बिहार संभल नहीं रहा इसलिए अब वक्त आ गया है कि नीतीश कुमार इस्तीफा देकर घर बैठे और अच्छी-अच्छी किताबें पढ़ें। अरुण कुमार ने माँझी को लेकर कहा कि वे गांव और गरीबों के अच्छे नेता है और इसलिए कभी -कभी सरकार के खिलाफ भी बोलते हैं, ये मौका सबके साथ आकर बिहार को मजबूत बनाने का है , इसके साथ ही उन्होंने जीतन राम माँझी को साथ आने का न्योता भी दिया।

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