कभी रेलवे स्टेशन पर सोते थे मनोज तिवारी, लॉकडाउन में पहली पत्नी को तलाक देकर की दूसरी शादी

“मनोज तिवारी” एक ऐसा नाम जिससे शायद ही कोई वाकिफ ना हो। आज हम भोजपुरी फिल्मों से राजनीति तक की सफर तय करने वाले मनोज तिवारी के बारे में जानेंगे की कैसे उन्होंने रास्ते में आने वाली सभी मुश्किलों को पीछे छोड़कर सफल अभिनेता के साथ साथ बीजेपी के एक मुख्य नेता के रूप के रूप में अपनी पहचान बनाई।

मनोज तिवारी ने साल 2004 में आई भोजपुरी फिल्म “ससुरा बड़ा पईसावाला ” से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। उनकी पहली फिल्म ही काफी हिट हुई और इससे मनोज को काफी पॉपुलैरिटी मिली। उस वक्त भोजपुरी फिल्म अगर करोड़ के कमाई के आंकड़े को छूती थी तो उसे बहुत ज्यादा ही सफल माना जाता था। इस फिल्म की लागत सिर्फ 30 लाख थी और इसने तकरीबन 9 करोड़ रुपए की कमाई की थी।

आप भोजपुरी जानते हों या हो ना जानते हो आपको मनोज की “रिंकिया के पापा” गाना तो याद होगा ही। उनके गाने काफी पसंद किए जाते है और काफी चर्चाओं में भी रहते है। आज भी लोगों के जुबान से ” जिया हो बिहार के लाला” ,”रिंकिया के पापा” ,”हाफ पैंट वाली” ,”गोरिया चांद के अंजोरिया” जैसे गाने नहीं उतरते है।

मनोज तिवारी के कुछ चुनिंदा फिल्मे इस प्रकार है:–

  • 1.ससुरा बड़ा पैसा वाला
  • 2.दारोगा बाबू आई लव यू
  • 3.बंधन टूटे ना
  • 4.कब अइबू अंगनवा हमार
  • 5.ऐ भऊजी के सिस्टर
  • 6.औरत खिलौना नहीं
  • 7.धरती कहे पुकार के

उन्होंने टेलीविजन के क्षेत्र में भी काम किया है। उनके कुछ टेलीविजन प्रोग्राम्स इस प्रकार हैं:–

  • बिग बॉस सीजन-4, सन 2010 में(प्रतिभागी
  • भारत की शान -संगीत प्रतियोगिता(होस्ट)
  • सुर संगम सीजन-1 और सीजन-2 (होस्ट)
  • नहले पे दहला(होस्ट)
  • वैलकम-बाज़ी मेहमान नवाजी की, सन 2013 में(प्रतिभागी)
  • चक दे बच्चे(होस्ट)

मनोज जब अपने कठिन दिनों को याद करते है तो वो भावुक हो जाते है । उन्हे 4 किलोमीटर पैदल चलके स्कूल जाना हो या प्लेटफार्म पर रात गुजारनी हो सब याद आ जाती है। उन्होंने कहा की उन्हे लोगों का भरपूर प्यार और आशीर्वाद मिला है जिससे आज वो इस मुकाम तक पहुंच सके है। उन्होंने कहा वो कभी सपने में भी नहीं सोचा था की उन्हे जीवन में नरेंद्र मोदी जैसे व्यक्तित्व का सहयोग मिलेगा।

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अपने गानों और फिल्मों से लोगो को अपना दीवाना बनाने वाले मनोज ने राजनीति में भी किस्मत आजमाई । 2009 में उन्होंने समाजवादी पार्टी के टिकट पर लोकसभा चुनाव भी लड़ा था। उस चुनाव में वो गोरखपुर से वर्तमान मुख्यमंत्री के खिलाफ लड़े थे और बुरी तरह हार गए थे । इसके बाद जब पूरे देश में नरेंद्र मोदी की लहर थी तब साल 2013 में मनोज भाजपा में शामिल हो गए । और जबसे वो भाजपा में गए है तबसे तो उनके राजनीतिक जीवन में तो जैसे लॉटरी ही निकल गई हो।

वो आए दिन सुर्खियों में रहते है। आजकल वो 50 साल की उम्र में पिता बनने के कारण सुर्खियों में है। उन्होंने हाल ही में साल 2020 में दूसरी शादी की थी जिससे वो फिर से पिता बने हैं। आपको बता दें की जब पूरे देश में लॉकडाउन थी तब अप्रैल महीने में उन्होंने सुरभि तिवारी से दूसरी शादी की थी। सुरभि तिवारी एक भोजपुरी गायक हैं और मनोज के प्रशासनिक कामों को भी देखती है । उनकी पहली पत्नी से एक बेटी भी है जिनका नाम जिया है ।

दरअसल जिया ने ही मनोज को शादी के लिए राजी किया था । मनोज ने अपनी दूसरी शादी की बात सबसे छुपा कर रखी थी लेकिन जब 30 दिसंबर की उनकी बेटी का जन्म हुआ तब जाकर सबको पता चला। आपको यह भी बता दें उन्होंने अपनी पहली पत्नी से करीब 10 साल पहले से तलाक ले लिया था। जिसके बाद वो अपनी बेटी जिया के संग ही रहते थे।

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