काफी तेजी से चल रहा पटना मेट्रो का काम, जाने कब से पटना मे चलने लगेगी मेट्रो ट्रेन?

पटना मेट्रो के लिए जमीनी स्तर पर तेजी से काम किए जा रहे हैं। 6.60 किलोमीटर की लम्बाई के दायरे मे ISBT से मलाही- पकड़ी तक तीन एलिवेटेड स्टेशन का निर्माण कराया जाना है, जिसके लिए इस रूट पर से पुराना सबकुछ हटाया जा रहा है। पुरानी चीजें हटाने का काम आधा पूरा भी किया जा चुका है, यहाँ फोन, इंटरनेट, केबल, बिजली तार सहित पोल की शिफ्टिंग को प्रथमिकता दिया जा रहा है।

पुरानी संरचना की हो रही शिफ्टिंग

यहाँ रास्ते मे पड़ने वाले नाले को भी शिफ्ट करने का काम किया जा रहा है। एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन के निर्माण तथा इस रूट मे एलिवेटेड लाइन के निर्माण के लिए पायलिंग का काम तेजी से किया जा रहा है। दानापुर- पाटलिपुत्र स्टेशन के बीच भी पुरानी संरचना की शिफ्टिंग के लिए भी एजेंसी तय की जा चुकी है। इसके साथ ही मेट्रो निर्माण के दौरान निकलनेवाले अवशेष के निपटारे के लिए एलसिटी घास के समीप वेस्ट प्लांट बनाने का काम शुरू किया जा चुका है।

बता दें पटना मेट्रो के कॉरिडोर- 1 के अंतर्गत दानापुर् मे स्थित सैनिक केंद्र की ज़मीन पर पहला स्टेशन का निर्माण किया जाना है, इसके लिए रक्षा मन्त्रालय से एन ओ सी का इंतज़ार किया जा रहा है, इसके अभाव मे निर्माण कार्य अटका पड़ा है। इसके लिए कागजी प्रक्रिया चल रही है। पटना मेट्रो के अंतर्गत शहर के बीचोंबीच निर्माण किया जाना है, जिसके लिए विभिन्न विभागों से एन ओ सी लिए जाने की प्रक्रिया चल रही है।

इधर गया-पटना रोड के पूरब में RESBT के सामने 76 एकड़ की ज़मीन को अधिग्रहित किए जाने का काम पूरा किया जा रहा है। अगले दो महीनो मे ज़मीन अधिग्रहण के मामले मे किसानों के साथ दावे आपत्ति की प्रक्रिया भी पूरी की जा चुकी है। इस सम्बन्ध में किसानो के रैयती ज़मीन की कीमत अलग अलग दर से निर्धारित की जायेगी, फिर कागजी प्रक्रिया पूरी करके नवम्बर तक किसानों को उनके ज़मीन के मुआवजा का भुगतान कर दिया जाएगा।

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जाने कब से पटना मे चलने लगेगी मेट्रो ट्रेन

पटना मेट्रो के लिए तीन साल के अंदर बिजली के ग्रिड और लाइन का निर्माण किया जाना है। पटना मेट्रो रेल कार्पेरेशन के पदाधिकारियों के मुताबिक, बिहार स्टेट पावर ट्रांसमिशन द्वारा 222 करोड़ की लागत से दो जगहों पर ग्रिड बनाने का काम किया जाएगा, इसके साथ ही ओवर हेडलाइन का काम भी होगा। इस कार्य के लिए DMRC की तरफ से 144.65 करोड़ की टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। बता दे कि पटना मेट्रो और जायका के बीच 5520.93 करोड़ रूपए के ऋण का समझौता नहीं हो सका है। अक्टूबर 2024 तक पटना मेट्रो को शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है, इसे ध्यान मे रखते हुए तेजी से काम किया जा रहा है और निर्माण कार्य में आ रही रुकावट को दूर करने का प्रयत्न किया जा रहा है।

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