ISRO Chief salary: कितनी है इसरो चीफ की सैलरी? इनसे 5 गुना ज्यादा कमाते हैं नासा के वैज्ञानिक

ISRO Chief Salary: इसरो की कड़ी मेहनत के बाद भारत ने चंद्रयान 3 के साथ चांद पर पहुंचकर इतिहास रचा। चंद्रयान 3 का लैंडर मॉड्यूलर चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक जैसे ही लैंड हुआ, भारत के नाम की चर्चा दुनिया भर में शुरू हो गई। जहां एक ओर भारत इस कामयाबी के साथ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला देश बना, तो वही इस पूरे ऑपरेशन पर निगरानी रखने वाले इसरो के चीफ एस सोमनाथ ने इस मिशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एस सोमनाथ का पूरा नाम श्रीधर परिकर सोमनाथ है। ऐसे में क्या आप जानते हैं कि इसरो के चीफ को कितनी सैलरी मिलती है? एस सोमनाथ का मासिक वेतन क्या है?

कितनी है इसरो चीफ की सैलरी(ISRO Chief salary)?

सरकार के सातवें वेतन आयोग के मुताबिक इसरो चीफ की सैलरी ढाई लाख रुपए महीना है। बता दे कि सैलरी के अलावा इसरो चीफ को रहने के लिए घर और आने जाने के लिए स्पेशल गाड़ी भी दी जाती है। साथ ही उन्हें कई और सुविधाएं भी मिलती है। बता दे इसरो चीफ को एक आईएएस और आईपीएस का ओहदा दिया जाता है। इसरो चीफ की सैलरी को लेकर आरपीजी एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष हर्ष गोयंका ने ट्वीट कर जानकारी दी थी।

कड़ी सुरक्षा में रहते हैं इसरो चीफ

इसके अलावा इसरो चीफ को ए प्लस लेवल की सुरक्षा भी दी जाती है। अप्रैल 2022 में केंद्र सरकार की ओर से इसरो चीफ एस सोमनाथ को ए प्लस कैटेगरी की सुरक्षा उपलब्ध कराई गई थी। वह इस सुरक्षा के साथ ही कहीं भी आते-जाते हैं। 24 घंटे उनके साथ 4 से 6 कमांडर तैनात रहते हैं, जिनके पास कई स्पेशल हथियार मौजूद होते हैं।

कैसे तय की जाती है इसरो चीफ की सैलरी?

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो देश का सबसे प्रीमियर संगठन है। इसका प्रशासन अंतरिक्ष विभाग के अधीन किया जाता है। खास बात यह है कि यह सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय के तहत ही काम करता है। इसरो में विभिन्न पदों पर वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की भर्ती की जाती है। सभी को सरकारी वेतन आयोग के तहत भत्ता, भुगतान और सुविधाएं दी जाती हैं। इनके भुगतान का निर्धारण केंद्र सरकार द्वारा गठित वेतन आयोग के द्वारा ही किया जाता है।

ये भी पढ़ें- 10वीं पास को भी इसरो में मिलती है नौकरी, जाने क्या होता है सैलरी पैकेज और क्या होता है काम?

Kavita Tiwari