बिहार में इंडो-नेपाल बॉर्डर को फोरलेन में बनाने की कोशिश, गृह मंत्री अमित शाह से मिले नीतीश सरकार के मंत्री

भारत सरकार (Indian Government) की महत्वपूर्ण योजना इंडो-नेपाल बॉर्डर सड़क (Indo-Nepal Border Road) बिहार में 552 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क (Four lane to Indo-Nepal border in Bihar) बनाने के लिए राज्य सरकार के द्वारा केंद्र सरकार से आग्रह किया गया है। वर्तमान में इस सड़क का निर्माण दो लेन में हो रहा है। सड़क को फोरलेन (Four lene Road Project In Bihar)  बनाए जाने को लेकर भारत सरकार के गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) से शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पथ निर्माण मामले के मंत्री नितिन नवीन (Minister Nitin Nabin) ने मुलाकात की।

Fourlane to Indo-Nepal border in Bihar

गृहमंत्री अमित शाह से मिले नितिन नवीन

बिहार सरकार के पथ निर्माण मामले के मंत्री नितिन नवीन ने इस संबंध में उन्हें बताया कि इस परियोजना पर टोटल 2400 करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है। केंद्र सरकार इसके लिए तकरीबन एक हजार करोड़ रुपए दे चुकी है। इस साल केंद्र ने लगभग 200 करोड़ दिए थे उसके अलावा केंद्र सरकार से 600 करोड़ रुपए की मांग की गई है। बता दें कि भारत नेपाल बॉर्डर पर चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक सुविधा वाले मार्ग उपलब्ध कराने के मकसद से गृह मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा इस परियोजना का काम चल रहा है। 52 किलोमीटर लंबाई में बन रही सड़क 7 मीटर चौड़ी है।

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इंडो-नेपाल फोरलेन प्रोजेक्ट को लेकर की चर्चा

बता दें कि यूपी के बॉर्डर से शुरू हो रहा यह सड़क बिहार के किशनगंज में बंगाल के बॉर्डर तक निर्माण हो रही यह रोड काफी महत्वपूर्ण है। राज्य में लगभग 552 किलोमीटर लंबी में से 184 किमी में बिटुमिनस का काम पूरा हो चुका है। मिट्टी भरने का काम 393 किलोमीटर में पूरा हो चुका है। अगले साल यानी 2022 के दिसंबर तक सड़क निर्माण पूरा करने का टारगेट रखा गया है।

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गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने के बाद पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने उनसे आग्रह किया कि वर्तमान समय में यातायात लोड को देखते हुए इसे फोरलेन में बनवाया जाए। गिरा मंत्री ने उन्हें विश्वास दिलाया है कि केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना को निर्धारित अवधि में पूर्ण किया जाना आवश्यक है। मिले प्रस्ताव पर सकारात्मक विचार किया जाएगा।

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