Indian Railways Middle Berth Rule: भारत में अधिकतर लोग ट्रेन से यात्रा करना पसंद करते हैं. लंबी दूरी की यात्रा हो या कम दूरी की लोग ट्रेन से जाते हैं क्योंकि ट्रेन में सभी तरह की सुविधा मिलती है. भारतीय रेलवे अभ्यात्रियों को वर्ल्ड क्लास की सुविधा उपलब्ध कराती है.
पिछले कुछ सालों में ट्रेनों में कई तरह के बदलाव देखने को मिले हैं. हालांकि ट्रेनों में सफ़र को लेकर कई तरह के नियम बनाए गए हैं जिसे हर हाल में ध्यान रखना जरूरी है. इसमें से एक नियम मिडिल बर्थ को लेकर भी बनाया गया है. मिडिल बर्थ में अगर आप यात्रा कर रहे हैं तो आपको भी इस नियम को पालन करना चाहिए वरना आपकी नींद खराब हो जाएगी.
मिडिल बर्थ पर सिर्फ इतने बजे तक सो सकते हैं आप: Indian Railways Middle Berth Rule
भारतीय रेलवे में ट्रेनों को लेकर कई तरह के नियम बनाए गए हैं. ट्रेनों के लिए बनाए गए कोचों में कई सेक्शन होते हैं. नॉर्मल थर्ड एसी और स्लीपर में एक सेक्शन में 6 सीट होते हैं। एक सेक्शन में 6 सीटों वाले क्षेत्र में दो सीट मिडिल बर्थ की होती है. दिन में मिडिल बर्थ के यात्री लोअर बर्थ पर बैठते हैं और अगर उन्हें सोने का मन होता है तो वह सो नहीं पाते. आप अपना मिडिल बर्थ रात को 10:00 के बाद ही खोल सकते हैं और सुबह 6:00 के पहले उसे बंद करना होता है.
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TTE नहीं कर सकता टिकट चेक
यात्रियों के सहूलियत के लिए रेलवे ने एक और नियम बनाया है. यह नियम रात में टिकट चेकिंग को लेकर बनाया गया है. ट्रेनों में टिकट एग्जामिनर टिकट चेक करते हैं लेकिन रेलवे के नियम के अनुसार रात 10:00 बजे के बाद और सुबह 6:00 के पहले टिकट चेक नहीं किया जा सकता है. इस नियम को फॉलो नहीं करने पर TTE पर कार्रवाई होती है.
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