एक घरेलू महिला जिसने सपना देखा IAS बनने का और बिना कोचिंग लिए ही किया उसे पूरा

भारत देश में हर साल करोड़ों छात्र यूपीएससी की परीक्षा देते है। कईयों की किस्मत चमक जाती है तो कई इस रेस में पीछे ही रह जाते है। कई अपने हार के बाद अपना हौसला और बुलंद कर लेते है तो कई हार मानकर बैठ जाते है। कहते हैं कि मेहनत का फल भी उसे ही मिलता है जो खुद पर भरोसा रखता है और भगवान भी उसी की मदद करता है जो खुद अपनी मदद करता है। देश के अधिकतर युवाओं का यह सपना है कि वे यूपीएससी की परीक्षा पास करके सिविल सर्विसेज ज्वाइन करें. लोगों के दिमाग में यह बात बैठ गई है कि बिना कोचिंग संस्थानों में एडमिशन लिए यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा पास नहीं की जा सकती लेकिन इन सारी अफवाओं को अनुकृति शर्मा ने गलत साबित कर दिया है और एक नया उदाहरण पेश किया है ।

कौन हैं अनुकृति शर्मा?

राजस्थान के जेवर की रहने वाली अनुकृति शर्मा ने कभी नही सोचा था कि वह कभी सिविल सर्विसेज में जायेंगीं। अनुकृति के पिता सरकारी नौकरी करते थे और माँ कॉलेज में शिक्षिका थी। अनुकृति की हमेशा से ये चाह थी कि वो अपनी जिंदगी में कुछ बड़ा करें। इसकी एक वजह थी, जब वह कॉलेज में पढ़ती थीं तब उनके कॉलेज के बाहर एक चाय वाला था जिसने अपनी बेटी की शादी महज़ 14 साल की उम्र में कर दी. अनु को जब इस बात की खबर हुई तो उन्हें यह अहसास हुआ कि उसे कुछ विशेषाधिकार मिले हुए हैं. और उन्हें इस मौके का फायदा उठाना है। वह इसे आसानी से जाने नही दे सकती।

अनु ने अपनी स्कूलिंग इंडो भारत इंटरनेशनल स्कूल से पूरी की और इसके बाद उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च कोलकाता से जियोलॉजिकल साइंसेज बीएसएमएस में ग्रेजुएशन की पढ़ाई की. इतना ही नही पढ़ने में तेज तर्रार अनु ने नेट भी क्रैक किया. इन सब के बाद अनु अपनी पढ़ाई पूरी करने यूएसए चली गई जहाँ उन्होंने अपनी पीएचडी डिग्री ली। जब अनु यूएसए से लौटी तो उनकी शादी हो गई। हमारे यहां शादी का मतलब माना जाता है लड़कियों के करिअर में फुल स्टॉप। शादी के बाद या तो उन्हें घर सम्भालने की जिम्मेदारी दी जाती हैं या फिर वो जिस फील्ड में होती उसी में नौकरी करनी पड़ती है। मगर अनु इन मामले में लकी थी क्योंकि उन्हें ऐसी परिस्थितियों का सामना नही करना पड़ा था।

शादी के बाद लिया फ़ैसला

अनु ने अपनी शादी के बाद यह फैसला लिया कि उन्हें यूपीएससी की परीक्षा देनी है और सिविल सर्विसेज जॉइन करना है। शादी के बाद इस तरह के निर्णय काफी मुश्किल है पर अनु ने इसे भी कर दिखाया। अनु ने यह तो सोच लिया कि उन्हें परीक्षा देने है पर उनके पास तैयारी करने के नाम और कुछ नही था। पहली बात तो यह थी कि अनु साइंस की स्टूडेंट थीं और दूसरी यह कि ना तो उन्हें संविधान, आईपीसी और आर्टिकल के बारे में कोई जानकारी थी और ना ही इतना समय कि वह घर छोड़ कर किसी शहर में जाकर इसके लिए कोचिंग ले सकें. रास्ता भले ही मुश्किल था लेकिन अनु डगमगाई नही और उन्होंने ठान लिया की वो इन मुसीबतों को अपने लक्ष्य के आगे नही आने देंगी।

whatsapp channel

google news

 

ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि अनु ने पहली ही बार में यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली, उन्हें करीब पांच साल से ज्यादा समय लग गया अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में। इन पांच प्रयासों में अनु ने दो बार यूपीएससी की परीक्षा पास की और अपने फाइनल अटेम्पट से पहले उन्होंने तीन बार मेंस लिखा था. हर बार उनके नंबर पहले से बेहतर रहे और इसी बात से उन्हें हिम्मत हिम्मत मिलती गई। फिर आखिरकार वो समय आया जब अनु को अपने मेहनत का फल मिल और साल 2017 में अनु ने यूपीएससी सीएसई परीक्षा के तीनों चरण को पास करते हुए ऑल इंडिया 355वां रैंक प्राप्त किया और उनका सेलेक्शन भी हुआ लेकिन अनु ने वह जॉइन नही किया क्योंकि उन्हें ये विश्वास था कि वह और बेहतर कर सकती हैं.

वैसे अनु का यह कदम काफी जोखिम भरा था क्योंकि अगला अटेम्पट अनु के लिए अंतिम साबित हो सकता था. यदि उनका सलेक्शन ना होता तो उनका सपना चूर चूर हो जाता मगर अनु ने हिम्मत दिखाई. और साल 2018 में और अच्छी तैयारी के लिए उन्होंने एक बार कोशिश की और साल 2019 में पांचवीं बार उन्होंने परीक्षा दिया। कहते है ना जब इंसान अपने पूरे लगन से मेहनत करता है तो उसे उसका फल बेहद मीठा मिलता है और ऐसा ही कुछ हुआ अनु के साथ। इस बार इनकी मेहनत पहले से कई ज़्यादा रंग लाई और अनु को ऑल इंडिया 138वां रैंक प्राप्त हुआ. इस तरह अनु का सपना पूरा हुआ और वह आईएएस ऑफिसर बन गईं. 

अनु ने अपने यूपीएससी की परीक्षा बिना किसी कोचिंग संस्थान के पास कर गईं। उन्होंने केवल इंटरनेट के सहारे खुद से ही तैयारी की और पास कर गई। अनु ने परीक्षा की जानकारी से लेकर अपने उत्तर को टॉपर्स के उत्तर से मैच करने तक के बारे में हर काम इंटरनेट की मदद से ही किया. अनु का ऐसा मानना है कि आज के दौर में इंटरनेट से बड़ा कोई गुरु नही है। अगर आपके पास इंटरनेट की सुविधा है तो आप हर चीज कर सकते हैं । और यही वजह थी कि अनु बिना कोचिंग लिए या बिना टेस्ट सीरीज ज्वाइन किए अपनी मंज़िल को पा गईं.

परीक्षा देने वाले युवाओं को सलाह 

एक मीडिया हाउस से बात करते हुए अनुकृति ने बताया कि परीक्षा में मेहनत कर रहे छात्र-छात्राओं को किस बात का ध्यान रखना चाहिए। अनु के अनुसार “आपके उत्तर सुंदर तरीके से लिखे जाने चाहिए, जिसमें हेडिंग, सब-हेडिंग्स, बुलेट्स आदि सब कुछ दिया गया हो. इसके साथ ही जो हिस्सा हाइलाइट करने वाला हो उसे हाइलाइट भी करना चाहिए. जो प्रश्न आपसे पूछा जाए सिर्फ उसी का जवाब दें ना कि आम बोर्ड परीक्षाओं की तरह उत्तर को बड़ा करने के चक्कर में बात को घुमा फिरा लिखें. कुछ भी ऐसा ना लिखें जिसकी ज़रूरत ना हो. डायग्राम्स, फ्लोचार्ट्स, एग्जाम्पल्स बनाने की आदत डालें तथा जहां संभव हो इनका इस्तेमाल करें, इससे आपको अच्छे अंक मिल सकते हैं. अपने उत्तरों को चेक करते रहें. जहां भी सुधार की ज़रूरत हो वहां सुधार कर लें. इस तरह आप मेंस में अच्छे नंबर प्राप्त कर सकते हैं.”

Share on