बिहार मे हो सकता है बिजली संकट, टूटा भागलपुर NTPC डैम, 7 मे 4 यूनिट थप

बिहार में बिजली संकट गहरा सकते हैं ऐसा भागलपुर के एनटीपीसी डैम के टूटने के कारण हुआ है, शनिवार को भागलपुर के कहलगांव मे मौजूद एनटीपीसी का डाइक ऐश डैम टूट गया है, जिसके कारण एनटीपीसी के 7 यूनिट में से चार यूनिट का उत्पादन ठप हो गया है। यह एक साल में तीसरी बार ऐसा हुआ है, जिससे एनटीपीसी के उपर उंगलियां उठने लगी है।

बता दे की इस परियोजना की कुल क्षमता 2340 मेगावाट है परंतु उत्पादन ठप हो जाने से इससे मात्र 1420 मेगावाट का ही बिजली उत्पादन होगा। दरअसल सभी यूनिटों से निकलने वाले राख मिश्रित पानी को  डाइक डैम में रखा जाता था, इसी दबाव के कारण अचानक तटबंध टूट गया, जिससे बिहार में बिजली संकट के गहराने की आशंका बन रही है।

तटबंद के टूट जाने के कारण मिश्रित राख का पानी अगल-बगल के किसानों के खेतों में फैल गया है, इतना ही नहीं पानी अब गंगा में जाने लगा है जिससे किसानों की तो क्षति हुई है इसके साथ ही गंगा के पानी भी प्रदूषित हो रही है, जिससे गंगा के में मौजूद जीव-जंतुओं पर इसका काफी विपरीत प्रभाव पड़ेगा। इस मामले में परियोजना के निदेशक चंदन चक्रवर्ती ने कहा कि यह सब डाइक के संरचना की गड़बड़ी के कारण हुआ है, सुरक्षात्मक दृष्टि के कारण 4 यूनिट को अभी बंद कर दिया गया है, इसका उच्च स्तरीय जांच किया जाएगा।

किसान मांग रहे मुआवजा

तटबंधन के टूट जाने के बाद किसानों की काफी क्षति हुई है, इसे लेकर किसान भी मुआवजा की मांग कर रहे हैं। आपको बता दें कि इससे पहले 6 अगस्त को भी यह तटबंध टूटा था जिसमें भी काफी क्षति हुई थी। हर एक बार तटबंध की जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच कमेटी बनती है और रिपोर्ट भी दी जाती है परंतु इस पर कोई कार्यवाही नहीं होती।

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इस मामले में कहलगांव के विधायक एवं कांग्रेस के नेता सदानंद सिंह ने तटबंध के टूटने पर एनटीपीसी के खिलाफ केस दर्ज किया है। उन्होंने इस पर पूरी कार्रवाई करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि यह सब एनटीपीसी के लापरवाही के कारण हो रहा है और एनटीपीसी की लापरवाही का खामियाजा आम जनता यह किसान क्यों भुगते !

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