बिहार की श्रीजा बनीं CBSE 10th टॉपर, मां की मौत के बाद पिता ने घर से निकाला, नाना-नानी ने रख पढ़ाया

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education) की दसवीं परीक्षा में पटना की रहने वाली श्रीजा ने 99.4 अंक हासिल कर बिहार में टॉप (Bihar CBSE Topper Shreeja) किया है। श्रीजा डीएवी स्कूल (DAV School) की छात्र हैं और उन्होंने अपनी मेहनत के साथ अपने नाना-नानी का नाम रोशन किया है। राजवंशी नगर के डीएवी स्कूल में पढ़ने वाली श्रीजा ने संस्कृत और साइंस में 100 नंबर (CBSE Result) हासिल किए हैं। इसके अलावा उन्होंने मैथ, एसएससी और इंग्लिश में 99 अंक हासिल किए हैं। श्रीजा ने अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपने नाना-नानी, मामा और मौसी को दिया है। श्रीजा की इस कामयाबी पर उनके परिवार (Bihar CBSE Topper Shreeja Family) में खुशी की लहर है।

CBSE Topper Shreeja

श्रीजा के पिता ने मां की मौत के बाद तोड़ दिये थे सारे रिश्ते

खास बात यह है कि श्रीजा किस कामयाबी के चर्चे सुनने के बाद उनसे उनके पिता भी अब मिलना चाहते हैं। वह पिता जिन्होंने श्रीजा की मां की मृत्यु के बाद बेटी को घर से निकाल दिया था। 5 साल की श्रीजा को उन्होंने नाना-नानी के पास छोड़ दूसरी शादी कर ली थी। श्रीजा तब से ही अपने नाना-नानी के पास रहती है। कभी अपनी बेटी को बोझ मानने वाले पिता आज अपने टॉपर बेटी से मिलना चाहते हैं।

CBSE Topper Shreeja

बिहार की श्रीजा बनीं टॉपर

वहीं दूसरी ओर श्रीजा का कहना है कि उन्हें कभी भी माता-पिता की कमी महसूस नहीं हुई है, क्योंकि उनके नाना-नानी, मामा-मौसी उन्हें बहुत प्यार करते हैं। उन्हें अपने इस परिवार से इतना प्यार मिला है कि कभी मां-बाप की कमी महसूस ही नहीं हुई। अपनी कामयाबी को लेकर श्रीजा का कहना है कि मैंने कभी टाइम देखकर पढ़ाई नहीं की और ना ही कभी पूरा दिन लगाकर पढ़ाई की है। मेरा फेवरेट सब्जेक्ट मैथ है वही मुझे एसएसटी से बहुत डर लगता है, लेकिन मैंने मेहनत की ताकी मैथ और एसएसटी दोनों पर बराबर ध्यान दे सकूं। बता दे इन दोनों सब्जेक्ट में श्रीजा को 99 अंक मिले हैं। श्रीजा का कहना है कि मुझे उम्मीद नहीं थी कि मैं बिहार में टॉप करूंगी, लेकिन अब अपनी कामयाबी से खुशी होती है।

CBSE Topper Shreeja

श्रीजा की कामयाबी पर नाना-नानी को है गर्व

टॉपर श्रीजा के नाना-नानी की बेटी की इस कामयाबी पर खुशी से फूले नहीं समा रहे। उनका कहना है कि मेरी बेटी की बेटी की वजह से आज लोग मुझे पहचान रहे है। मुझे उस पिता के लिए बहुत अफसोस है, जिसने इतनी होनहार बेटी को बचपन में घर से निकाल दिया था। उन्होंने कहा पहले मैं तीन बेटियों का पिता था, लेकिन अब श्रीजा और उसकी छोटी बहन भी साथ रहती है। अब मैं पांच बेटियों का पिता हूं और मुझे मेरी बेटियों पर गर्व है।

Kavita Tiwari