बिहार के इस जिले में बना विश्वस्तरीय शानदार म्यूजियम, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

पर्यटन के दृष्टिकोण से बिहार (Tourism In Bihar) को कायाकल्प करने की दिशा में राज्य की नीतीश सरकार (Nitish Government) के द्वारा कई अहम फैसले लिए जा रहे हैं। अब इसी क्रम में बिहार (Bihar) के लखीसराय जिले में राज्य का दूसरा विश्वस्तरीय म्यूजियम (World Class Museum) का निर्माण पूरा हो गया है। लखीसराय-पटना नेशनल हाईवे-800 (Lakhisarai-Patna NH-800) अशोक धाम मोड़ (Ashok Dham) के पास इस म्यूजियम का निर्माण हुआ है।

म्यूजियम के निर्माण में टोटल 26 करोड़ रुपए की लागत आई है। बताते चलें कि लखीसराय जिले के विभिन्न पहाड़ियों और अन्य जगह की खुदाई में प्राप्त हुए पुराने अवशेषों को सुरक्षित एवं संरक्षित करने के उद्देश्य से सरकार ने प्लान बनाया है। म्यूजियम के बन जाने से भगवान गौतम बुद्ध (World Class Gautam Buddha Museum In Bihar) की विरासत को अलग पहचान स्थापित होगी।

World Class Gautam Buddha Museum In Bihar

बिहार में बनेगा विश्वस्तरीय शानदार म्यूजियम

बता दें कि लखीसराय जिले के विभिन्न क्षेत्र में खुदाई में मिली मृदभांड, बौद्ध स्तूप, पौराणिक मूर्तियां, शिलालेख एवं असंख्य पुरानी बेशकीमती पत्थर की मूर्ति प्राप्त हुई है। जिले के अशोक धाम मंदिर सहित दूसरे स्थानों पर इस धरोहर को संजोकर रखा गया है। अभिषेक नवनिर्मित संग्रहालय में संरक्षित और सुरक्षित किया जाएगा।

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World Class Gautam Buddha Museum In Bihar

जल्द ही राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसका उद्घाटन करेंगे। संग्रहालय के बाहरी परिसर में बिहार के पौराणिक धरोहरों से संबंधित नक्काशी का काम लास्ट चरण में है। पर्यटन के दृष्टिकोण से यह म्यूजियम देखने में बेहद शानदार लग रहा है।

World Class Gautam Buddha Museum In Bihar
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे उद्घाटन

मालूम हो कि साल 2017 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) लाल पहाड़ी जिसे राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया जा चुका है, उसका मुआयना कर रहे थे। इसी दौरान मुख्यमंत्री ने पौराणिक अवशेषों को सुरक्षित एवं संरक्षित करने के उद्देश्य से लखीसराय जिले में राज्य का दूसरा संग्रहालय बनाने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री के ऐलान करने के बाद म्यूजियम निर्माण के लिए सरकार के द्वारा 26 करोड़ रुपए राशि आवंटित कराई गई। जोरों शोरों से काम चला और नतीजतन दो साल के अंदर ही विश्वस्तरीय तीन मंजिला संग्रहालय का निर्माण पूरा हो गया है।

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