नींद से जागे अन्ना हजारे बोले भारत बंद के दौरान किसानों के लिए रखूंगा मौन व्रत

केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 12 दिनों से हरियाणा और पंजाब के किसान दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं। अन्ना हजारे ने अब किसानों का समर्थन दिया है और उन्होंने कहा जिस दिन भारत बंद रहेगा उस दिन हुआ किसानों के लिए मौन व्रत रखेंगे. किसानों की मांग है कि सरकार उनके पास आकर उनकी बात सुने और इन कृषि कानूनों को वापस लिया जाए। किसानों की मांग को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल सहित विपक्ष के कई नेताओं का भी समर्थन मिला है। वहीं, सरकार का कहना है कि ये तीनों कानून किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें सुरक्षा प्रदान करने के मकसद से बनाए गए हैं।

अन्ना हजारे ने साल 2011 और 12 यूपीए के कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार के खिलाफ इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन की अगुवाई की थी जिसके चलते केंद्र में कांग्रेस की सरकार की काफी किरकिरी हुई और अंततः कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपी 2014 के लोकसभा चुनावों में करारी हार का सामना करना पड़ा उस समय अन्ना की अगुवाई में इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन में योगेंद्र यादव प्रशांत भूषण और दिल्ली के वर्तमान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जैसे लोग लीड कर रहे थे.

बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने किया प्रेस कॉन्फ्रेंस

बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि, किसानों की जमीन नए कानून में पूरी तरह सुरक्षित है। ये पूरा कानून किसानों के लिए सहूलियत देता है और भरोसा करता है। किसानों की जमीन पूरी तरफ सुरक्षित है। दोहरा चरित्र और दोहरा रवैया विपक्षी दल अपना रहे हैं। प्रसाद ने कहा कि आज हम विपक्षी दलों, विशेषकर कांग्रेस, NCP और उनके सहयोगी दलों के शर्मनाक दोहरे चरित्र को देश के सामने बताने आए हैं।

कुछ दिन पहले ही किसानों के समर्थन में दिया था बयान

किसानों के समर्थन में सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे आगे आए हैं। अन्ना हजारे ने वह किसानों की मांगों का समर्थन करते हैं। हजारे ने कहा कि सरकार को किसानों की बात सुननी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि किसान और सरकार की स्थिति भारत-पाकिस्तान की तरह हो गई है। अन्ना हजारे ने कहा कि जब चुनाव होते हैं तो आप उनके घर जाकर वोट मांगते हैं तो अब उनकी भी बात सुनने का समय है। सरकार किसानों की समस्या को सुने और उसे सुलझाए।

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