Ola-Uber New Rule: ओला और उबर ड्राइवर की मनमानी से परेशान पैसेंजर के लिए बड़ी खुशखबरी है। दरअसल बीते कुछ समय से लगातार ओला और उबर ड्राइवरों द्वारा राइड बुकिंग होने के बाद अचानक से राइट कैंसिल करने के मामले सामने आ रहे थे, जिसके चलते पैसेंजर्स को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। ऐसे में कई बार तो पैसेंजर्स इस हाई लेवल गर्मी में रोड पर खड़े एक के बाद एक कैब ही बुक करते रहते थे। वहीं अब उन्हें कैब ड्राइवर द्वारा राइट कैंसिल करने की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा, क्योंकि अब अगर ड्राइवर ने राइट कैंसिल की तो उसे जुर्माना देना होगा और खास बात यह है कि यह जुर्माना सीधे यात्री के खाते में जाएगा।
राइट कैंसिल करने पर ओला-उबर ड्राइवर को देना होगा जुर्माना(Ola-Uber New Rule)
बता दे फिलहाल यह नियम लागू नहीं किया गया है, लेकिन महाराष्ट्र सरकार इसकी पहल करने जा रही है। सरकार को हाल ही में एक नया प्रपोजल मिला है, जिसमें इन सभी बातों का जिक्र किया गया है। ऐसे में अगर सरकारी इसे लागू कर देती है, तो ये तय है कि ओला-उबर से चलने वाले यूजर्स को कैब ड्राइवर की मनमानी से छुटकारा मिल जाएगा।
स्पेशल टीम ने की एडवाइज
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र सरकार ने एक स्पेशल टीम का गठन किया था। इस टीम का काम यह पता लगाना था कि ओला और उबर जैसी सेवाओं का इस्तेमाल कर रहे लोग कैसी और किस-किस तरह की परेशानियों का सामना कर रहे हैं। इस दौरान जांच पड़ताल में पता चला कि कई बार ड्राइवर बिना किसी वाजिब कारण के अपनी मर्जी से राइट कैंसिल कर देते थे, जिससे यूजर को काफी परेशानी होती थी। ऐसे में इस गठित टीम की ओर से यह सुझाया गया कि अगर ड्राइवर राइट को रद्द करता है, तो पैसेंजर को उसके लिए पैसा मिलना चाहिए।
ड्राइवर के साथ यात्रि के हक में भी होगी बात
वहीं अब तक यह नियम था कि अगर यात्री राइट को कैंसिल करते हैं, तो उसे खर्च देना पड़ता था। इसके अलावा कैब ड्राइवर के हक में भी कई रूल और नियम थे, जिसके मुताबिक अगर उन्हें कुछ देर तक का इंतजार करना पड़ता है तो यात्री को तय भुगतान से अधिक पेमेंट करनी पड़ती है। यात्रा के किराए के साथ वेटिंग पीरियड का शुल्क भी लिया जाता था, लेकिन अब नए नियम में सिर्फ ड्राइवर के हक की बात ही नहीं होगी, बल्कि पैसेंजर के हक भी ध्यान रखा जाएगा।
बता दे महाराष्ट्र सरकार की ओर से गठित की गई इस खास टीम ने यह सुझाव दिया है कि ड्राइवर को 20 मिनट के अंदर पिकअप की जगह पर पहुंचना होगा। अगर वह इससे ज्यादा समय लेता है, तो ड्राइवर पर जुर्माना लगना चाहिए।
ये भी पढ़ें- कौन सी ट्रेन कहलाती है सुपरफास्ट ट्रेन? क्या होती है इनकी स्पीड और क्यों महंगा होता है इसका टिकट?
- Panchayat Sachiv Kaise Bane: बनना चाहते हैं पंचायत सचिव, तो जाने कैसे मिलती है यह नौकरी और क्या होती है सैलरी? - May 20, 2024
- हुंडई क्रेटा इलेक्ट्रिक का लुक लुट लेगा दिल, जाने कब होगी भारत में लॉन्च? खत्म कर देगा सब का बाजार ! - February 11, 2024
- Akshara Singh के इस हरकत पर आग- बबूला हुए उनके पिता, देखते ही कर दी सरेआम पिटाई; देखें Video - February 11, 2024