Petrol, Diesel या फिर Electric Car – कौन है सबसे ज्यादा किफायती? इलेक्ट्रिक कार का भूत उतर जाएगा !

Petrol diesel electric cars running costs: अगर आप भी अपनी पेट्रोल-डीजल कार को छोड़कर इलेक्ट्रिक कार खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो आइए हम आपको पेट्रोल, डीजल और इलेक्ट्रिक कारों पर लगने वाली लागत की तुलना करते हुए यह बताते हैं कि कौन सी कार चलाना आपके लिए सबसे किफायती रहेगा? यह बात तो सभी जानते हैं कि पेट्रोल की कीमत डीजल की तुलना में ज्यादा होती है। वही इलेक्ट्रिक कारें पेट्रोल और डीजल से चलने वाली कारों के मुकाबले कम खर्च पर चलती है, लेकिन इसके बावजूद यह पेट्रोल और डीजल कार से महंगी पड़ती है, कैसे…? आइए हम आपको इसके बारे में डिटेल में बताते हैं।

पेट्रोल, डीजल और इलेक्ट्रिक में से कौन सी कार है मंहगी? (petrol diesel electric cars running costs)

गौरतलब है कि इन तीनों अलग-अलग तरह की कारों में से कौन सी कार चलाना किफायती है। इसके लिए हम आपको टाटा नेक्सन के उदाहरण के तौर पर डिटेल में बताते हैं, क्योंकि इसका पेट्रोल, डीजल और इलेक्ट्रिक तीनों वर्जन मार्केट में मौजूद है। इस हिसाब से आपको इसकी माइलेज कॉस्ट, इसकी कीमत कॉस्ट और इसकी बाकी डिटेल्स के बारे में समझाना आसान रहेगा।

पेट्रोल-डीजल और इलेक्ट्रिक कारों की माइलेज कॉस्ट में अंतर

बात सबसे पहले पेट्रोल, डीजल और इलेक्ट्रिक कारों की माइलेज कॉस्ट की करते हैं। बता दें कि अगर कोई व्यक्ति हर रोज 50 किलोमीटर की कार चलाता ,है तो उसे महीने में 1500 किलोमीटर और 1 साल में 18,000 किलोमीटर की रनिंग करनी होती है। इससे टाटा नेक्सन के संदर्भ में रखते हुए देखे तो बता दें कि-

  • टाटा नेक्सन की पेट्रोल वैरीअंट कार- दिल्ली में मौजूदा समय में पेट्रोल की कीमत ₹97 प्रति लीटर है। नेक्सन कार का पेट्रोल वर्जन 17.33 किलोमीटर प्रति लीटर का है। ऐसे में इस कार को चलाने में प्रति किलोमीटर पर 5.6 रुपए का खर्च आएगा। इस हिसाब से 1 साल में 18,000 किलोमीटर पर 1,00,800 रुपए खर्च होंगे।
  • टाटा नेक्सन की डीजल वैरीअंट कार- दिल्ली में मौजूदा समय में डीजल की कीमत ₹90 है। नेक्सॉन कार का डीजल वैरीअंट प्रति लीटर 23.5 किलोमीटर का माइलेज देता है। ऐसे में इसे चलाने में कुल खर्च 3.9 रुपए का आता है। इस हिसाब से 1 साल में 18,000 किलोमीटर तक इस कार को चलाने में 70,200 रुपए डीजल पर खर्च होंगे।
  • टाटा नेक्सन का इलेक्ट्रिक वैरीअंट- वही टाटा कंपनी की नेक्सॉन की इलेक्ट्रिक कार की बात करें, तो बता दे कि मौजूदा समय में दिल्ली में ₹8 प्रति यूनिट की दर से बिजली उपलब्ध है। इस हिसाब से नेक्सॉन ईवी के बेस वैरीअंट को घरेलू चार्जर पर चार्ज करने में लगभग 250 रुपए का खर्च आएगा। बता दे ये ईवी 312 किलोमीटर प्रति फुल चार्ज की रेंज देने में सक्षम है। ऐसे में 80 पैसे प्रति किलोमीटर की लागत पर यह दौड़ती है। इस हिसाब से 18,000 किलोमीटर कार चलाने में 14,400 रुपए का खर्च आएगा।

इस हिसाब से देखा जाए तो इलेक्ट्रिक कार मालिक को 1 साल में पेट्रोल कार के मुकाबले लगभग 86,400 रुपए और डीजल कार के मुकाबले 56,000 रुपए की बचत हो रही है। वही अब बात इन कारों की कीमत की करें तो बता दे कि इसमें काफी बड़ा अंतर है।

कीमत में है लाखों का अंतर

पेट्रोल, डीजल और इलेक्ट्रिक कारों में पेट्रोल कार सबसे सस्ती है और इलेक्ट्रिक कार पेट्रोल और डीजल दोनों के मुकाबले सबसे महंगी कार है। मौजूदा समय में टाटा नेक्सॉन की पैट्रोल कार की कीमत 7.79 लाख रुपए, टाटा नेक्सन की डीजल कार की कीमत 9.99 लाख रुपए और टाटा नेक्सन की इलेक्ट्रिक कार की कीमत 14.49 लाख रुपए है। इस हिसाब से पेट्रोल की तुलना में इलेक्ट्रिक कार 6.50 लाख रुपए ज्यादा महंगी है और डीजल कार की तुलना में यह 4,00000 रुपए महंगी है।

खर्च में बजट हिला देती है इलेक्ट्रिक कार

वही बात पेट्रोल, डीजल और इलेक्ट्रिक कार की मेंटेनंस पर आने वाले खर्च की करें, तो बता दे कि पेट्रोल-कार पर आने वाला खर्चा काफी कम होता है ,जबकि डीजल पर उससे ज्यादा और इलेक्ट्रिक कार पर आने वाला खर्चा इन दोनों कारों से कहीं ज्यादा होता है। इलेक्ट्रिक कार में अगर बैटरी बदलवाने की नौबत आए तो लाखों का झटका लगता है।

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Kavita Tiwari