Ambassador Car: हर सरकार को पसंद थी एंबेसडर की सवारी, जानते है इसकी वजह और कीमत

Ambassador Car Price And Feature: एक दौर में एंबेसडर कार का नशा लोगों के सर चढ़कर बोलता था। कोई सत्ताधारी हो या सरकारी अधिकारी… एंबेसडर कार के टशन ही अलग थे। साल 1957 से हिंदुस्तान को अपना दीवाना बना देने वाली और 57 साल तक शानदार कार के तौर पर सत्ता के गलियारे से लेकर सड़क तक चलने वाली एंबेसडर कार के दीवाने आज भी मौजूद है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि भारत में एंबेसडर कार ने जितना प्यार बटोरा है, उतना शायद ही किसी दूसरी कार को लेकर लोगों के मन में देखने को मिला होगा।

आज भी जब लोग सड़क पर चलती किसी एंबेसडर सरकार को देखते हैं, तो उसे गौर से देखना और उसके मॉडल के बारे में जानने की कोशिश करते हैं। ऐसे में आइए हम आपको देश की सबसे पहली एंबेसडर कार की कीमत क्या थी और इसे कब भारत में लॉन्च किया गया, इस बारे में डिटेल में बताते हैं।

1957 में आई थी पहली एम्बेसडर कार

आजादी के कुछ सालों बाद ही हिंदुस्तान मोटर्स ने ब्रिटिश Morris Oxford Series ||| की कार को बनाना शुरू कर दिया था। साल 1957 पहला ऐसा मौका था जब इंडिया में बनी पहली स्वदेशी कार एंबेसडर मार्केट में लांच की गई। बता दे यह पहली मेड इन इंडिया कार थी। इसके साथ ही यह देश में पहली डीजल कार के तौर पर भी फेमस भी हुई। एंबेसडर कार की सबसे बड़ी खासियत इसका लुक है और साथ ही इसके अंदर मिलने वाला सबसे ज्यादा स्पेस भी। एंबेसडर कार के अंदर जितना स्पेस दिया जाता है, उतना अब तक किसी कार में नहीं मिलता।

बंगाल में बनना शुरू हुई एम्बेसडर कार

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के उत्तरपारा स्थित हिंदुस्तान मोटर्स के प्लांट में एंबेसडर कार के प्रोडक्शन का काम शुरू कर दिया गया है। यह इंडिया का सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट कहा जाता है। कई दशकों तक लोगों के दिलों और रोड पर अपना दबदबा रखने वाली एंबेसडर कार साल 2014 में अचानक बंद हो गई थी। दरअसल मार्केट में बढ़ते कंपटीशन और गिरती डिमांड के चलते कंपनी ने यह फैसला किया था। वहीं इस दौरान एंबेस्डर में कई अलग कलर शेड्स में बदलाव भी देखें।

क्या थी पहली एंबेसडर कार की कीमत?

वही बात देश की धमाकेदार एंबेसडर कार की कीमत की करें तो बता दें कि एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक देश की पहली एंबेसडर कार की कीमत 14,000 रुपए थी। एक दौर में एंबेसडर कार डीएम से लेकर पीएम तक की सबसे फेवरेट कार हुआ करती थी। आलम ये था कि एंबेसडर कार का होना ही उस दौर में लग्जरी लाइफ़स्टाइल का सबूत माना जाता था।

Kavita Tiwari